दरअसल, प्रदेश में अप्रैल माह से बिजली का नया टैरिफ लागू हो गया है। इसकी वजह से अब जो बिल आ रहे हैं, वे पहले से कई गुना अधिक आ रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कम बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं की हो रहा है।
भोपाल। प्रदेश के वे उपभोक्ता बिजली का बिल देखकर झटके खा रहे है जो ईमानदारी से बिजली का उपयोग करते है और बिल भी समय पर ही जमा करते है लेकिन वे उपभोक्ता मजे में है जो बेईमानी से बिजली का उपयोग करते है अर्थात खुलेआम बिजली की चोरी तो करते ही है वहीं यदि बिल जमा करने की बारी भी आती है तो भी उसमें बेईमानी ही बरतते है।
बिजली बिल में तीन से चार गुना तक का इजाफा
गर्मी में बिजली खपत प्रति दिन 1 यूनिट बढ़ने से बिजली बिल में तीन से चार गुना तक का इजाफा हो गया है। वहीं नए टैरिफ, बढ़े हुए फिक्स चार्ज और फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज का इसमें बेहद अहम रोल है। दरअसल, प्रदेश में अप्रैल माह से बिजली का नया टैरिफ लागू हो गया है। इसकी वजह से अब जो बिल आ रहे हैं, वे पहले से कई गुना अधिक आ रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कम बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं की हो रहा है। जिन उपभोक्ताओं की बिजली खपत गर्मी के चलते अप्रैल में प्रतिदिन एक यूनिट तक बढ़ गई है, उनका बिजली बिल तीन से चार गुना तक बढक़र आ रहा है।
5 यूनिट से ज्यादा होने पर सब्सिडी योजना से बाहर
दरअसल बिजली खपत प्रतिदिन 5 यूनिट से ज्यादा होने पर बिजली उपभोक्ता सरकार की सब्सिडी योजना से बाहर हो जाते है। इससे उन्हें बिजली का पूरा टैरिफ देना पड़ता है। इससे बिजली बिल में इजाफा हो गया है। गौरतलब है कि बिजली कंपनियों ने 4107.18 करोड़ का घाटा बताते हुए बिजली के मौजूदा टैरिफ में 7.52 फीसदी इजाफा करने की मांग की थी। इसके बदले आयोग ने 3.46 फीसदी इजाफा किया है। इसके बाद अब फ्यूल एडजस्टमेंट चार्ज में भी वृद्धि कर दी गई है।
हर सेक्टर के बिजली बिलों में इजाफा
बिजली कंपनियों की मांग पर आयोग ने हर सेक्टर के बिजली बिलों में इजाफा कर दिया है। घरेलू, गैर घरेलू, उद्योग, नगर निगम, नगर पंचायत से लेकर कृषि उपभोक्ताओं तक के टैरिफ में इजाफा हुआ है। इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट पानी सप्लाई तक के बिजली बिल भी बढक़र आ रहे है। घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के टैरिफ में प्रति यूनिट 19 पैसे, गैर घरेलू उपभोक्ताओं के टैरिफ में प्रति यूनिट 20 पैसे और कृषि उपभोक्ताओं के टैरिफ में प्रति यूनिट 7 पैसे तक का इजाफा किया गया है।