प्रेगनेंसी से बचने के लिए आजकल अधिकतर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। गर्भनिरोधक गोली लेने से शरीर के अंदर ऑव्यूलेशन बंद हो जाता है। जब ऑव्यूलेशन ही नहीं होगा तो एग्स का भी उत्पादन नहीं होगाऔर जब एग्स बनेंगे ही नहीं तो स्पर्म से मिलकर फर्टिलाइज होने का खतरा भी नहीं होगा। जिससे प्रेगनेंसी का रिस्क नहीं होता है।
Contraceptive pills side effects: प्रेगनेंसी से बचने के लिए आजकल अधिकतर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। गर्भनिरोधक गोली लेने से शरीर के अंदर ऑव्यूलेशन बंद हो जाता है। जब ऑव्यूलेशन ही नहीं होगा तो एग्स का भी उत्पादन नहीं होगाऔर जब एग्स बनेंगे ही नहीं तो स्पर्म से मिलकर फर्टिलाइज होने का खतरा भी नहीं होगा। जिससे प्रेगनेंसी का रिस्क नहीं होता है।
पर क्या आप जानते है इसके अधिक इस्तेमाल से कई साइड इफेक्ट्स हो सकते है। क्योंकि जब आप गर्भनिरोधक गोलियां लेना शुरु करती हैं तो 2 पीरियड्स साइकल के बीच आपको वजाइनल ब्लीडिंग हो सकती है और यह बहुत आम समस्या है।
हालंकि गोली लेने के तीन महिने तक ऐसा होता है। बाद में धीरे धीरे यह समस्या ठीक हो जाती है। ये ब्लीडिंग इसलिए होती है क्योंकि आपका शरीर अलग अलग लेवल्स के हार्मोन्स के साथ तालमेल बैठाना सीख रहा होता है। कई महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियां लेने से जी मिचलाने की दिक्कत होने लगती है।
यह समस्या धीरे धीरे ठीक होने लगती है। अगर गोली खाली पेट लेने की बजाए खाने के साथ या सोने से पहले लिया जाए तो जी मिचलाने या उल्टी आने की दिक्कत नहीं होगी। अगर तीन महीने बाद भी जी मिचलाना जारी रहे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
इतना ही नहीं गर्भनिरोधक गोलियां खाने से हॉर्मोन्स सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकते है। नियमित रूप से गोली का सेवन करने के बावजूद कई बार ऐसा होता है कि आपका पीरियड्स नहीं आता और मिस हो जाता है। इसकी वजह स्ट्रेस, किसी तरह की बीमारी, हॉर्मोनल अनियमितता, थाइरॉयड आदि हो सकता है।