कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए देशभर में लगाये जा रहे कोविड वैक्सिन को लेकर कई लोगो में असमंजस की स्थिती नजर आई है। कोई इसे स्वेच्छा से लगवा रहा है तो कोई किसी ना किसी कारण इससे दूरी बना ले रहा है। दूरी बनाने वालो में एक नाम और जुड़ गया है भारत के क्रिकेटर और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय का।
Covid19: कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए देशभर में लगाये जा रहे कोविड वैक्सिन को लेकर कई लोगो में असमंजस की स्थिती नजर आई है। कोई इसे स्वेच्छा से लगवा रहा है तो कोई किसी ना किसी कारण इससे दूरी बना ले रहा है। दूरी बनाने वालो में एक नाम और जुड़ गया है भारत के क्रिकेटर और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय(Murli Vijay) का। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को लेकर हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है, जहां वे कथित तौर पर कोविड-19(Covid19) वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं।
बीसीसीआई इस समय घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन करवा रही है और बोर्ड ने कोरोना वायरस(Virus) से बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन को लगवाना सभी खिलाड़ियों के लिए जरूरी कर रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुरली बायो बबल में भी एंट्री(Entry) नहीं लेना चाहते हैं और इसलिए वे तमिलनाडु की टीम और टूर्नामेंट से दूर हैं, साथ ही उन्होंने क्रिकेट से दूरी भी बना ली है।
मुरली अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन भी करते हैं तो भी उनके टीम में सिलेक्शन की गारंटी नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 37 साल के इस क्रिकेटर ने पिछले दो साल से अधिक समय से कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेला है। मुरली पिछले दो आईपीएल(IPL Season) सीजन में भी हिस्सा नहीं ले सके थे और उन्होंने घरेलू टीम तमिलनाडु के लिए अपना आखिरी मैच 2019 में कर्नाटक के खिलाफ खेला था। यही वजह है कि सिलेक्टर्स(selectors Meating) ने अपनी मीटिंग में उनके बारे में चर्चा तक नहीं की।