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‘Emergency’ रिलीज को लेकर उठी बैन करने की मांग, बॉलीवुड सितारों ने दी अपनी राय

बॉलीवुड फेमस एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' रिलीज से पहले विवादों में घिर गई है. शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने सीबीएफसी को कानूनी नोटिस (Legal notice to CBFC) भेजकर 'इमरजेंसी' को दिए गए सर्टिफिकेशन को रद्द करने और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

By आराधना शर्मा 
Updated Date

Celebs Reaction On Emergency Ban: बॉलीवुड फेमस एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज से पहले विवादों में घिर गई है. शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने सीबीएफसी को कानूनी नोटिस (Legal notice to CBFC) भेजकर ‘इमरजेंसी’ को दिए गए सर्टिफिकेशन को रद्द करने और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

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वहीं अब ‘इमरजेंसी’ को लेकर उठ रही बैन की मांग पर कई सेलेब्स ने रिएक्ट किया है और अपनी-अपनी राय दी है. एनएनआई से बात करते हुए भोजपुरी एक्ट्रेस संभावना सेठ ने भी ‘इमरजेंसी’ को लेकर अपनी राय दी. उन्होंने कहा- धमकियां तो आती रहती हैं, जाती रहती है. धमकी होती ही सिर्फ देने के लिए है उसे मानना नहीं है, मुझे लगता है फिल्म तो रिलीज होनी ही है.

कई बार तो ये पब्लिसिटी का तरीका भी लगता है. मैं लंबे वक्त बाद कंगना को इस रूप में देखना चाहती हूं. बहुत टाइम से उसकी फिल्में नहीं चलीं. पर्सनली मैं कंगना को बहुत पसंद करती हूं. तो मैं इमरजेंसी फिल्म देखना चाहूंगी.’


एक्टर और बीजेपी सांसद रजा मुराद ने कहा- ‘कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी रिलीज से पहले ही विवादों में है. इसके ट्रेलर से एक वर्ग आहत हुआ है और वो इसका विरोध कर रहा है. हर किसी को विरोध करने का अधिकार है. ये लोकतंत्र है. कोई भी अदालत जा सकता है, ये उनका हक है.

‘रजा ने आगे कहा- ‘अगर कंगना को लगता है कि उनके साथ नाइंसाफी हो रही है तो वह भी कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती हैं. कोर्ट सबके लिए खुला है. आखिरी फैसला न्यायालय करता है. तो मैं कहना चाहूंगा कि इमरजेंसी पर फिल्में पहले भी आ चुकी हैं लेकिन ये फिल्म चर्चा में है. अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, तो इससे देश में अशांति फैलती है और कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा होती है.’


रजा मुराद आगे कहते हैं- ‘इस बात का ध्यान रखना चाहिए… आप विरोध कर सकते हैं, लेकिन हमारा लोकतंत्र है. हमारी सेंसरशिप संस्था जिम्मेदारी से काम करती है लेकिन कभी-कभी उन्हें भी सोचना चाहिए कि ऐसा कुछ भी नहीं दिखाया जाना चाहिए जो किसी को या एक वर्ग को खराब रोशनी में दिखाता हो. हम नहीं कह सकते कि यह विवाद क्या मोड़ लेगा लेकिन हम चाहेंगे कि चीजें शांति से हों.’

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