Dhananjay Munde Resignation: महाराष्ट्र सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री धनंजय मुंडे को मंत्री पद छोड़ना पड़ा है। मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड का बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में नाम सामने आया था। इस मामले की जांच कर रही SIT ने कराड को सरपंच की हत्या का मास्टरमाइंड बताया है। जिसके बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने NCP अजित पवार गुट के विधायक और मंत्री मुंडे का इस्तीफा मांगा था।
Dhananjay Munde Resignation: महाराष्ट्र सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री धनंजय मुंडे को मंत्री पद छोड़ना पड़ा है। मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड का बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में नाम सामने आया था। इस मामले की जांच कर रही SIT ने कराड को सरपंच की हत्या का मास्टरमाइंड बताया है। जिसके बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने NCP अजित पवार गुट के विधायक और मंत्री मुंडे का इस्तीफा मांगा था।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मीडिया से कहा, “महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने मुझे अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैंने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और आगे की कार्रवाई के लिए इसे राज्यपाल को भेज दिया है।” दरअसल, सरपंच संतोष देशमुख के मास्टरमाइंड वाल्मीक कराड और उसके 6 गुर्गों को पिछले साल दिसंबर में महाराष्ट्र पुलिस ने मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट, 1999) के तहत गिरफ्तार किया था। हत्याकांड की जांच कर रही महाराष्ट्र पुलिस की SIT ने 1 मार्च को मामले में चार्जशीट दाखिल किया था।
चार्जशीट का एक हिस्सा 3 मार्च को मीडिया में वायरल हो गया, जिसमें वाल्मीक कराड के साथियों द्वारा सरपंच की हत्या करने की तस्वीरें दिखाई गईं। इन तस्वीरों में आरोपी लाठी-डंडो से सरपंच को पीटते दिख रहे हैं। इसके बाद उन्होंने सरंपच के कपड़े उतारे, उन पर पेशाब की। ये सभी वीडियोज आरोपियों ने अपने फोन से रिकॉर्ड किए थे। तस्वीरों के मीडिया में आने के बाद फडणवीस ने अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, NCP महाराष्ट्र प्रमुख सुनील तटकरे के साथ बैठक की।
क्यों हुई सरपंच की हत्या?
आरोप है कि सरपंच की हत्या में महाराष्ट्र सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड का हाथ है। सूत्रों की मानें तो सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मास्टरमाइंड वाल्मीकी कराड ने बीड में मौजूद एक रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी के भूमि अधिग्रहण अधिकारी से 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। सरपंच ने इसका विरोध किया था। इसलिए उनकी हत्या कर दी गई। SIT ने सबूत के तौर पर आरोपियों से बरामद फोन कॉल की रिकॉर्डिंग और फोरेंसिक लैब द्वारा प्रमाणित CCTV फुटेज पेश किए हैं।