रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, 140 करोड़ देशवासी आज स्तब्ध हैं। भारतीय खेल इतिहास के लिए यह 'ब्लैक डे' है। देश की बेटी के खिलाफ बहुत बड़ी नफरती साजिश है। पहले मोदी जी के चहेते बृजभूषण सिंह ने उसे प्रताड़ित किया, इसके बाद दिल्ली की सड़कों पर 140 दिन तक संघर्ष करने के बाद उसे पुलिस से घसिटवाया गया। इसके बाद भी उस बेटी ने ओलंपिक में तिरंगा फहराया, लेकिन अब एक साजिश के तहत उसे डिसक्वालीफाई करवा दिया गया।
नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल मुकाबला से विनेश फोगाट बाहर हो गईं हैं। उन्हें अधिक वजन के कारण फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित किया गया है। इसको लेकर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला का बयान आया है। उन्होंने कहा कि, भारतीय खेल इतिहास के लिए यह ‘ब्लैक डे’ है।
मीडिया से बातचीत करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, 140 करोड़ देशवासी आज स्तब्ध हैं। भारतीय खेल इतिहास के लिए यह ‘ब्लैक डे’ है। देश की बेटी के खिलाफ बहुत बड़ी नफरती साजिश है। पहले मोदी जी के चहेते बृजभूषण सिंह ने उसे प्रताड़ित किया, इसके बाद दिल्ली की सड़कों पर 140 दिन तक संघर्ष करने के बाद उसे पुलिस से घसिटवाया गया। इसके बाद भी उस बेटी ने ओलंपिक में तिरंगा फहराया, लेकिन अब एक साजिश के तहत उसे डिसक्वालीफाई करवा दिया गया।
उन्होंने इसको लेकर सवाल पूछा है। उन्होंने पूछा कि, कौन है जिसे विनेश फोगाट की जीत हजम नहीं हुई? किसने देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा? किसने ताकत का दुरुपयोग किया? किसका चेहरा बचाने के लिए ये साजिश हुई?
इसके साथ ही उन्होंने कहा, जापान की महिला पहलवान जो 42 बाउट में नहीं हारी, उसे हमारी बेटी विनेश फोगाट ने कुछ ही क्षणों में हरा दिया। वो भी जब 2023 में वो दिल्ली की सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रही थी। इसके बाद भी उसने देश का तिरंगा ऊंचा कर दिया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री कह रहे हैं-अब वापस आ जाओ।
अगर कोई और प्रधानमंत्री होता तो खेल मंत्री को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसोसिएशन भेजकर विरोध दर्ज करवाता। इस पूरे मामले की जांच होती और विनेश को न्याय मिलता। ये सवाल सिर्फ विनेश का नहीं है, ये हर उस खिलाड़ी का है जो देश के तिरंगे के लिए अपने जान की बाजी लगाता है। आज मोदी सरकार ने उन सभी को निराश किया है।