महराजगंज जिला अस्पताल में घूम रहे दलालों पर डीएम का एक्शन
पर्दाफाश न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज : जिलाधिकारी शुक्रवार को टीम के साथ जिला अस्पताल पहुंचे. डीएम को देखकर परिसर में मौजूद दलालों में भगदड़ मच गई. इस पर डीएम ने अस्पताल का मेन गेट बंद करवा दिया. इस दौरान एक संदिग्ध को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. डीएम ने एक चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
डीएम संतोष कुमार शर्मा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. डीएम को देखते ही अस्पताल में सक्रिय दलाल भागने लगे. डीएम ने अस्पताल का मुख्य गेट बंद करवा कर संदिग्धों से पूछताछ करनी शुरू कर दी. एक संदिग्ध दिव्यांश को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया. पूछताछ में वह अस्पताल में मौजूद होने का कोई कारण नहीं बता पाया.
जिलाधिकारी ने ओपीडी, वरिष्ठ नागरिक वार्ड, रेडियोलॉजी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड कक्ष, डायलिसिस यूनिट और ब्लड बैंक का निरीक्षण किया. ब्लड बैंक का रजिस्टर देखा. मौके पर मौजूद मरीज विद्यावती देवी से खून मिलने के संबंध में जानकारी ली. ओपीडी में मेडिसिन कक्ष में 48 और हड्डी रोग कक्ष में 110 मरीजों की उपस्थिति दर्ज की गई थी.
सीटी स्कैन वेटिंग एरिया और रैन बसेरे में भी जाकर डीएम ने मरीजों व उनके तीमारदारों से बातचीत की. वेंटिलेशन, पंखों और कूलर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए. एसएनसीयू व आईसीयू गैलरी में पंखे लगाने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान बाहर से ब्लड टेस्ट कराने की शिकायत पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
डीएम ने सीएमएस को निर्देश दिया कि अस्पताल की सुविधाओं का लाभ हर हाल में मरीजों को मिले. अस्पताल से किसी भी मरीज को निजी लैब में जांच के लिए न भेजा जाए. आयुष वार्ड और अस्पताल की बाउंड्री वॉल की मरम्मत कराई जाए. अस्पताल परिसर में दलालों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मीडिया से बातचीत में डीएम ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता है. निरीक्षण में कुछ खामियां मिली हैं, जिन्हें सुधारने के निर्देश दे दिए गए हैं. निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. प्रशांत कुमार, एसडीएम सदर रमेश कुमार और सीएमएस डॉ. अरुण कुमार द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.