सांप का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। बारिश के मौसम में साँप के काटने का ज्यादा चांस रहता है। दरअसल बरसात में साँप इसी लिए निकलते हैं क्योंकि इनके घर में पानी भर जाता है।इसीलिए गाँव में बारिश के मौसम में साँप काटने कि संख्या बढ़ जाती है। लोग खेत में काम करने जाते हैं इसी दौरान कभी कभी साँप काट लेता हैं।सांप काटने के बाद जाहिर सी बात है हर कोई डर जाता है ऐसे में उसे कुछ समझ नही आता है कि आगे क्या किया जाये। आज हम आपको बताएँगे कि सबसे पहले आपको क्या करना चाहिए ।
सांप का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। बारिश के मौसम में साँप के काटने का ज्यादा चांस रहता है। दरअसल बरसात में साँप इसी लिए निकलते हैं क्योंकि इनके घर में पानी भर जाता है।इसीलिए गाँव में बारिश के मौसम में साँप काटने कि संख्या बढ़ जाती है। लोग खेत में काम करने जाते हैं इसी दौरान कभी कभी साँप काट लेता हैं।सांप काटने के बाद जाहिर सी बात है हर कोई डर जाता है ऐसे में उसे कुछ समझ नही आता है कि आगे क्या किया जाये। आज हम आपको बताएँगे कि सबसे पहले आपको क्या करना चाहिए ।
सांप काटने पर तुरंत क्या करें
अगर आपको सांप ने काटा है तो सबसे पहले आप सांप काटने वाले जगह को बिना देरी किए साबुन और पानी से धुलें। इसके बाद सांप के काटने वाली जगह से आधा इंच ऊपर किसी टाइट रस्सी या मोटे धागे से कसकर बांध दें। जिससे जहर खून में आगे की ओर न बढ़े। हाथ या पैर को हार्ट से ऊपर रखने की कोशिश करें। पैर में काटा है तो पैर को जितना हो सके ऊपर उठाकर रखें। सांप का जहर खून में कम फैलेगा।
सांप के काटने पर जहर को खून में जाने से कैसे रोकें
सांप काटने के बाद सबसे पहले मरीज को डॉक्टर के पास लें जाएँ। इसके बाद मरीज को ज्यादा हिलने डुलने से बचाएं। हार्ट बीट बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है। अगर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है तो खून में जहर तेजी से फैलने का खतरा रहता है।
सांप के काटने के कितने घंटे तक सोना नहीं चाहिए?
सांप काटने के बाद आप खाने और सोने से बचें। विषैले सांप के काटने के बाद बहुत ज्यादा नींद और बेहोशी जैसी छाने लगती है। ऐसे में मरीज को डॉक्टर तक पहुंचने तक जगाकर रखना है। सांप काटने के बाद सूजन आने लगती है। ऐसे में अगर आपने कोई ज्वेलरी पहनी है तो उसे तुरंत उतार दें। जूसन होने पर उंगूठी या पैर में पहने जानी वाली ज्वेलरी फंस सकती है।
सांप के काटने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?
सांप के काटने वाले घाव पर बर्फ लगाने की गलती न करें। काटने वाली जगह से जहर को चूसने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। हाथ को लगातार पानी में डुबाकर न रखें। कैफीन वाली चीजों के सेवन से बचें। शराब न पिएं और इबुप्रोफेन या एस्पिरिन जैसी कोई भी दर्द निवारक दवाएं न खाएं।