उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पत्नी की मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने गए शख्स से दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई जब रिश्वत नहीं दी गई तो महिला ग्राम सचिव ने पत्नी की जगह जीवित पति का ही मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया। फिलहाल जीवित शख्स का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सचिव को निलंबित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पत्नी की मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने गए शख्स से दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई जब रिश्वत नहीं दी गई तो महिला ग्राम सचिव ने पत्नी की जगह जीवित पति का ही मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया। फिलहाल जीवित शख्स का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सचिव को निलंबित कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोथावां विकासखंड के अटवा गांव में ग्राम पंचायत सचिव ने रिश्वत न मिलने पर मृतक पत्नी की जगह जीवित पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया। जब पति ने अपने नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र देखा तो उसने मामले की शिकायत डीएम से कर दी। डीएम ने इस पर एक्शन के आदेश दिए।
जिसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरोपी ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। खुद खंड विकास अधिकारी ने पीड़ित के घर जाकर उसको उसकी पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरदोई के अटवा गांव के रहने वाले विश्ननाथ की पत्नी शांति देवी का निधन 19 दिसंबर 2024 को हुआ था। विश्वनाथ के अनुसार पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए वह ग्राम पंचायत सचिव सरिता के पास गए लेकिन वह मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में टाल मटोल करती रही।
दो तीन दिन बाद उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए दो हजार रुपये की मांग की। रिश्वत के पैसे न मिलने पर वह पीड़ित विश्वनाथ को दफ्तर के चक्कर लगवाती रही।
इसके बाद 3 जनवरी को ग्राम पंचायत सचिव सरिता देवी ने विश्वनाथ को उसकी पत्नी शांति देवी की जगह उसके ही नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र दे दिया। पीड़ित ने जिसकी शिकायत डीएम से की।