आज कल जिस तरह खानपान बिगड़ता चला जा रहा है ऐसे में इस टाइम आपको अपने हैल्थ को लेकर बहुत ध्यान देना चाहिए। अक्सर क्या होता की जब तक कोई प्रॉबलम बढ़ नहीं तब हम लोग ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में आज मै आपको इस आर्टिकल में बताऊँगी की कैसे हमे अपने सेहत का ध्यान रखना चाहिएआज का लेख हमारा किसी के उपर है जो आपके फायदेमंद साबित हो सकता है आंखों में नजर आने वाले कुछ लक्षण कैंसर कई गंभीर बीमारियों की पहचान करने में मदद करते हैं।
आज कल जिस तरह खानपान बिगड़ता चला जा रहा है ऐसे में इस टाइम आपको अपने हैल्थ को लेकर बहुत ध्यान देना चाहिए। अक्सर क्या होता की जब तक कोई प्रॉबलम बढ़ नहीं तब हम लोग ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में आज मै आपको इस आर्टिकल में बताऊँगी की कैसे हमे अपने सेहत का ध्यान रखना चाहिएआज का लेख हमारा किसी के उपर है जो आपके फायदेमंद साबित हो सकता है आंखों में नजर आने वाले कुछ लक्षण कैंसर कई गंभीर बीमारियों की पहचान करने में मदद करते हैं।
डायबिटीज
आंखों में सूजन, लीकेज या असामान्य वेसल ग्रोथ डायबिटीज का इशारा हो सकती है। बता दें कि ऐसा इसलिए होता जब हाई ब्लड शुगर के कारण होता है, जो रेटिना की बेहद छोटी वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है। आमतौर पर डायबिटीज के लक्षण अक्सर देर से नजर आते हैं और यह बीमारी चुपचाप अंदर ही अंदर शरीर के अंगों और टिश्यूज को नुकसान पहुंचा सकती है।
हाई बीपी या कोलेस्ट्रॉल
शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने हाई बीपी होने पर भी आंखों में कुछ लक्षण नजर आते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर अक्सर चुपचाप विकसित होते हैं और बिना किसी साफ लक्षण के गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं। ऐसे में आंखें हालात गंभीर होने से पहले संकेत देती है। हाई बीपी की वजह से कई बार रेटिना की छोटी वेसल को नुकसान पहुंचता है, जिससे वे संकरी, मोटी या ब्लीडिंग होने लगती हैं। इसी तरह, हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर पलकों पर पीला पदार्थ जमा होने लगता है।
कैंसर
आंखों की मदद से कैंसर और नर्व संबंधी बीमारियों का भी पता लगाया जा सकता है। आंखों के कैंसर, जैसे रेटिनोब्लास्टोमा या ओकुलर मेलेनोमा के होने पर रेटिना में घाव नजर आ सकते हैं।
वहीं, मल्टीपल स्केलेरोसिस और ब्रेन ट्यूमर जैसी न्यूरोलॉजिकल कंडीशन में ब्लर विजन, असमान पुतली प्रतिक्रियाएं या अचानक पढ़ने में कठिनाई जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
थायरॉइड
आपकी आंखें थायरॉइड का संकेत भी देती है। अगर आपकी आई लिड यानी पलकों के आकार में बदलाव नजर आए, तो इसे हल्के में न लें। दरअसल, यह शरीर में थायरॉइड के लेवल में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। अगर आपको इस चीजों का असर डीकेएचने को मिल रहा है तो आप एक बार डॉक्टर को ज़रूर दिखाएँ।