परम् पूज्य श्री प्रेमानंद महाराज ने कहा कि शंकराचार्य हमारे धर्म के राजा है वो सनातन धर्म और शास्त्र के विपरीत एक शब्द नहीं बोलेंगे। परम् पूज्य श्री प्रेमानंद महाराज ने कहा कि चारों मठ में जो शंकराचार्य बैठे है वो अद्भुत विद्वान,शास्त्र के मर्मज्ञ और शास्त्र के प्रमाणित बात बोलेंगे। उन्होंने कहा कि जो आचार्य पीठ पर विराजमान है संसार चाहे उनकी निंदा करे या आलोचना करे उन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता।
प्रयागराज। परम् पूज्य श्री प्रेमानंद महाराज ने कहा कि शंकराचार्य हमारे धर्म के राजा है वो सनातन धर्म और शास्त्र के विपरीत एक शब्द नहीं बोलेंगे। परम् पूज्य श्री प्रेमानंद महाराज ने कहा कि चारों मठ में जो शंकराचार्य बैठे है वो अद्भुत विद्वान,शास्त्र के मर्मज्ञ और शास्त्र के प्रमाणित बात बोलेंगे। उन्होंने कहा कि जो आचार्य पीठ पर विराजमान है संसार चाहे उनकी निंदा करे या आलोचना करे उन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता।
प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि शंकराचार्य जी हमारे धर्म के भगवान है। उनका एक शब्द भी शास्त्र के विपरीत नहीं होता। लेकिन आज उनकी मान कौन रहा है? प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि आज कुछ लोग तो उनको शास्त्र सिखाने लग जाते है । प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि शंकराचार्य जी सभी बाते धर्म शास्त्र के पक्ष में और तर्कसंगत होती है आप भी सुने और सही को सही ही कहे।प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि शंकराचार्य पर अपमानजनक टिप्पणी करना वास्तव में महापाप है।
वृन्दावन के प्रेमानन्द जी का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने शब्दों और कार्यों में सावधानी और सम्मान का ध्यान रखना चाहिए। आयोजनों में लोगों को एक साथ आने और आध्यात्मिक ज्ञान का आदान-प्रदान करने का अवसर मिलता है, और ऐसे में हमें अपने शब्दों और कार्यों में शांति और सम्मान का ध्यान रखना चाहिए।