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मक्का-मदीना का उदाहरण देकर देवकीनंदन ठाकुर ने नेमप्लेट लगवाने को बताया सही; बोले- उनकी और हमारी खाने की क्रिया अलग

Kanwar Yatra Nameplate Controversy: यूपी की योगी सरकार ने सावन में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) के समय होटल और ढाबों के मालिकों के नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है। जिसको लेकर देश में राजनीति गरमाती हुई नजर आ रहा है। इस मामले में विपक्षी दलों के साथ एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं ने इसकी आलोचना की है। वहीं, अब इस विवाद में प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) भी टूट पड़े हैं। उन्होंने सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का हवाला देते हुए सरकार के आदेश को सही बताया है।

By Abhimanyu 
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Kanwar Yatra Nameplate Controversy: यूपी की योगी सरकार ने सावन में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) के समय होटल और ढाबों के मालिकों के नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है। जिसको लेकर देश में राजनीति गरमाती हुई नजर आ रहा है। इस मामले में विपक्षी दलों के साथ एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं ने इसकी आलोचना की है। वहीं, अब इस विवाद में प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) भी टूट पड़े हैं। उन्होंने सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का हवाला देते हुए सरकार के आदेश को सही बताया है।

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कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) ने कहा, ‘योगी सरकार इस बार कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं का खास ध्यान रख रही है। कौन व्यक्ति उन्हें नाम बदलकर भोजन परोस रहा है, उस पर भी ध्यान दे रही है।’ उन्होंने कहा, ‘सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। ऐसे में कोई विशेष समुदाय का व्यक्ति हमारे भगवान के नाम पर ढाबा चलाकर भोजन परोसता है, तो यह गलत है। उनकी और हमारी खाने की क्रिया अलग है। इसलिए यह बताना सही है कि कौन व्यक्ति ढाबा और होटल का संचालन कर रहा है।’

मक्का-मदीना (Mecca-Medina) का उदाहरण देते हुए कथावाचक ने आगे कहा, ‘मक्का-मदीना में भी मुस्लिम लोगों को बहुत ध्यान रखना पड़ता है। जब मक्का जाने पर ध्यान रखा जा सकता है तो कांवड़ के समय क्यों नहीं?’ उन्होंने कहा, ‘जो लोग इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं उनसे निवेदन है कि एक बार कई किलोमीटर पैदल चलकर कांवड़ लेने जाइए। इसके बाद आपको पता चलेगा कि कांवड़ लाने में किन-किन चीजों का ध्यान रखना पड़ता है।’

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