कभी कभी बेवजह हमें पता नहीं चलता कि आखिर क्यों बनते बनते काम बिगड़ने लगते है। कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा होता। वास्तुशास्त्र में दिशाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। घर में किस कोने में किचन, बेडरुम यहां तक कि बाथरुम होना चाहिए।
कभी कभी बेवजह हमें पता नहीं चलता कि आखिर क्यों बनते बनते काम बिगड़ने लगते है। कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा होता। वास्तुशास्त्र में दिशाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। घर में किस कोने में किचन, बेडरुम यहां तक कि बाथरुम होना चाहिए। इतना ही नहीं किस समान को किस दिशा में रखने से अच्छा बुरा प्रभाव पड़ता है ये सब जिक्र है। वास्तुशास्त्र में हर चीज के नियम है। इन नियमों को फॉलो करने से घर परिवार पर मां लक्ष्मी की खास कृपा होती है। अगर इन नियमों का पालन न किया जाए तो दुर्भाग्य का शिकार होना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में राहु केतु को अशुभ ग्रह माने जाते है। किसी भी व्यक्ति की कुंडली में राहु केतु के अशुभ होने पर कई दिक्कतें आती है। साथ ही घर में ऐसी दिशा होती है, जहां राहु केतु का वास होता है। वास्तु के अनुसार इस दिशा में कुछ चीजों को रखने से बचना चाहिए।
वास्तु जानकारों के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा इसे नौऋत्य दिशा भी कहा जाता है, में राहु-केतु का वास बताया जाता है। ऐसे में अगर आप इस दिशा में कुछ सामान रखते हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।
वास्तु अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में धन या तिजोरी आदि रखने से बचना चाहिए। अगर आप गलती से भी ऐसा करते हैं, तो आपको धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही, इस दिशा में कीमती चीजें जैसे सोना-चांदी या आभूषण आदि भी रखने से परहेज करना चाहिए। वरना व्यक्ति को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
मंदिर को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। ऐसे में राहु-केतु क दिशा अर्थात दक्षिण-पश्चिम दिशा में भूलकर भी पूजा घर नहीं रखना चाहिए। कहते हैं कि अगर आप ऐसा करते हैं, तो व्यक्ति को पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलेगा।
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। कहते हैं कि घर में अगर सही दिशा में तुलसी का पौधा रखा जाए, तो व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। लेकिन वहीं अगर राहु-केतु की दिशा में इसे रख दिया जाए, तो तिजोरी खाली होने में भी जरा देर नहीं लगेगी। इससे घर में सकारात्मक प्रवाह कम होता है।