बता दें कि करीब दो दशक पहले सरकारी बसें अर्थात रोडवेज की बसों को बंद कर दिया गया था लेकिन एक बार फिर सरकार की मंशा अनुसार इसे शुरू किया जा रहा है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में जल्द ही एक बार फिर सरकारी बसों का संचालन शुरू होने वाला है। बताया जा रहा है कि मानूसन के पहले ही बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। करीब दो दशक पहले रोडवेज की बसों का संचालन बंद हो गया था। बताया जा रहा है कि मानसून के पहले सबसे पहले इन सरकारी बसों के संचालन की शुरूआत इंदौर और उज्जैन में होगी।
बता दें कि करीब दो दशक पहले सरकारी बसें अर्थात रोडवेज की बसों को बंद कर दिया गया था लेकिन एक बार फिर सरकार की मंशा अनुसार इसे शुरू किया जा रहा है। लोक परिवहन सेवाओं को जमीन पर उतारने से जुड़े पहले चरण के सर्वे का काम परिवहन विभाग ने इंदौर व उज्जैन संभाग में लगभग पूरा कर लिया है। अब यहां चिह्नित किए गए मार्गों को फाइनल किया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि मानसून से पहले इंदौर और उज्जैन में बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि तत्कालीन भाजपा की सरकार ने 2004 में भारी घाटे का हवाला देते हुए मप्र राज्य परिवहन निगम को बंद कर दिया था, जिससे सड़क परिवहन नेटवर्क में एक खालीपन पैदा हो गया था।
पीपीपी मॉडल के आधार पर संचालित
राज्य के परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह का कहना है कि यह मॉडल पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) के आधार पर संचालित होगा। एक अधिकारी के अनुसार, ग्रामीण व साधारण सेवा मार्गों और यातायात का निर्धारण करके व्यवस्थित योजना के माध्यम से यात्री बसों का संचालन किया जाएगा। सरकार ने यात्री परिवहन सेवा शुरू करने और राज्य स्तरीय होल्डिंग कंपनी स्थापित करने के लिए 101.20 करोड़ रुपये की इक्विटी’ पूंजी मंजूर करने का फैसला किया। प्रयास है कि बारिश से पहले इंदौर व उज्जैन जिले की सड़कों पर लोक परिवहन सेवाओं से अनुबंधित यात्री बसें दौड़ने लगें।
सर्वे में बस ऑपरेटरों से फीडबैक लिया जा रहा है, यात्रियों से उनकी राय पूछी जा रही है ताकि जिन मार्गों को चिह्नित किया जा रहा है या किया जाना है उन पर वस्तु स्थिति साफ हो सके। इसी पूरी व्यवस्था में जिला स्तरीय समितियों का गठन होना है, इसकी तैयारी शुरू कर दी है।