उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में अधिशासी अभियंता संतोष कुमार की हत्या करने वाले सहायक अभियंता अमित कुमार और उसके सहयोगी प्रदीप को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड के बाद विभाग की उदासीनता सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि, अगर जल निगम (ग्रामीण) के अधिकारियों ने समय रहते अधिशासी अभियंता की शिकायत का संज्ञान लिया होता तो उसकी जान बच सकती थी।
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में अधिशासी अभियंता संतोष कुमार की हत्या करने वाले सहायक अभियंता अमित कुमार और उसके सहयोगी प्रदीप को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड के बाद विभाग की उदासीनता सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि, अगर जल निगम (ग्रामीण) के अधिकारियों ने समय रहते अधिशासी अभियंता की शिकायत का संज्ञान लिया होता तो उसकी जान बच सकती थी। दरअसल, अधिशासी अभियंता ने सहायक अभियंता अमित कुमार की शिकायत अधिशासी निदेशक, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन उ०प्र० जल निगम (ग्रामीण), लखनऊ से की थी।
अभियंता ने अपने पत्र में लिखा था कि, सहायक अभियंता अमित कुमार की तरफ से लापरवाही बरती जा रही है। इनके इस कार्य व्यवहार से पेयजल योजनाओं के प्रभावी अनुश्रवण/गुणवत्ता तथा प्रगति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यही नहीं उन्होंने अमित कुमार को हटाने की भी बात पत्र में लिखी थी। ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि, विभाग ने आखिर इतनी शिकायत के बाद भी मौन क्यों रहा? अगर विभाग ने कार्रवाई की होती तो अभिशासी अभियंता की जान बच सकती थी।
जल निगम (ग्रामीण) के अधिकारियों से कई बार हुई शिकायत
सहायक अभियंता अमित कुमार की शिकायत बीते साल से हो रही थी। लेकिन जल निगम (ग्रामीण) के अधिकारी शिकायत का संज्ञान नहीं ले रहे थे। अधिशासी अभियंता संतोष कुमार ने भी अधिशासी निदेशक, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन उ०प्र० जल निगम (ग्रामीण), लखनऊ से की थी। उन्होंने अमित कुमार को वहां से हटाने के साथ ही किसी काबित सहायक अभियंता को तैनात करने की बात पत्र में लिखी थी।
कई अन्य लोगों के नाम का भी हो सकता है खुलासा
अधिशासी अभियंता की हत्या के पीछे कई अन्य लोगों के हाथ होने की आशंका बताई जा रही है। हत्या की साजिश में ऊंची पहुंच रखने वालों कुछ कांटेक्टर व पेटी डीलरों का नाम भी सामने आने की उम्मीद है।
कंपनियों को पहुंचा रहे फायदा
सूत्रों की माने तो विभाग ने बड़े पैमाने पर संविदा पर लोगों को रखा है, जो कंपनियों से मिलकर उनको फायदा पहुंचा रहे हैं। इस दौरान वो सभी नियमों की अनदेखी भी कर रहे हैं। विभाग के प्रमुख सचिव से लेकर अन्य से भी शिकायत के बाद ये अपनी जिम्मेदारी से काम नहीं कर रहे बल्कि कंपनियों को फायदा पहुंचाकर मोटी रकम कमाने में जुटे हुए हैं।
शोक सभा में होंगे शामिल
इस घटना पर उत्तर प्रदेश इंजीनियर एसोसिएशन की तरफ से शोक सभा का आयोजन किया गया है। उत्तर प्रदेश इंजीनियर एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि, दिवंगत अधिशासी अभियंता संतोष कुमार के हत्याकांड एवं फील्ड में तैनात समस्त इंजीनियरिंग विभागों के अधिशासी अभियंता एवं उच्च अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई थी। चर्चा के बाद ये निर्णय लिया गया है कि दिनांक 20/08/2024 की साय 5 बजे प्रदेश के सभी जनपदों में यूपीईए के सभी घटक सदस्य विभागों के सहायक अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक के अधिकारी उक्त जनपद के जल निगम के कार्यालय मैं पहुंचकर दिवंगत अधिशासी अभियंता संतोष कुमार की यूपीईए द्वारा शाम को 5 बजे बुलायी गई शोक सभा में सम्मिलित होंगे। यूपीईए की मुख्य कार्यकारिणी लखनऊ में जल निगम के हेड ऑफिस राणा प्रताप मार्ग पहुचकर ऑनलाइन लिंक शेयर करके सभी जनपदों को समस्त जलनिगम कार्यालयों को ऑनलाइन जोड़ेगी। तत्पश्चात् एक सामूहिक मौन के बाद यूपीईए की अभियंताओं को सुरक्षा एवं वर्तमान मैं हो रहे उनके मानसिक आर्थिक शोषण को रोकने को लेकर एक विस्तृत चर्चा होगी।