हमारे शरीर में किसी भी गंभीर रोग होने से पहले शरीर में कुछ संकेत देती है जिससे सतर्क होकर हम समय रहते सचेत हो सकते है। ऐसा ही एक गर्दन पर पड़ने वाली रेखाओं से सेहत का हाल पता किया जा सकता है।
हमारे शरीर में किसी भी गंभीर रोग होने से पहले शरीर में कुछ संकेत देती है जिससे सतर्क होकर हम समय रहते सचेत हो सकते है। ऐसा ही एक गर्दन पर पड़ने वाली रेखाओं से सेहत का हाल पता किया जा सकता है। स्किन एंड हेयर स्पेशलिस्ट के अनुसार किसी व्यक्ति के स्किन के प्रकार और उसमें होने वाले बदलाव से काफी हद तक आंतरिक स्थिति का पता चलता है।
गर्दन पर पड़ने वाली लाईनों धूप, गंदगी, प्रदूषण की वजह से भी हो सकती है। शारीरिक समस्याओं और परिस्थितियों में गर्दन पर लाइने उभरने लगती है। इसलिए गर्दन पर पड़ने वाली लाईनों को स्किन से संबंधित समस्या न मानते हुए हेल्थ से संबंधित भी हो सकती है।
अगर गर्दन पर काली रेखाएं या परत सी जम रही है तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। शरीर में इंसुलिन की वजह से स्किन प्रॉब्लम्स होती है। शरीर में इंसुलिन की अधिकता की वजह से गर्दन व अन्य जगहों पर काले धब्बे और लाईनें आने लगती है।
अगर किसी को थायराइड की समस्या है तो भी गर्दन पर रेखाएं बनने लगती है। अधिक स्ट्रेस की वजह से कोलेजन की कमी की वजह से गर्दन की स्किन की रंगत बिगड़ने लगती है। ऐसे में गर्दन पर लाइनें और ब्लेकनेस नजर आने लगती है।
अगर किसी के शरीर में पोषण की कमी हैं तो गर्दन पर लाइने उभरने लगती है।
पौष्टिक तत्वों की कमी की वजह से शरीर और स्किन पर असर पड़ता है। साथ ही गर्दन पर लाईने पड़ती है। इससे बचने के लिए सबसे पहले तो पौष्टिक आहार का सेवन करें। इससे स्किन और सेहत दोनो के लिए फायदेमंद होता है।