नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, आपने चौधरी चरण सिंह का अपमान किया है, आपने उनकी विरासत का अपमान किया। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के लिए आपके पास समय नहीं था। आज के दिन आप सदन में ऐसा माहौल बनाकर देश के हर किसान को आहत कर रहे हैं। हमारे सिर शर्म से झुक जाने चाहिए।
नई दिल्ली। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह को लेकर राज्यसभा में शनिवार को सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बहस हो गई। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ बेहद ही नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि वो चौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, इन सबके बीच राज्यसभा में जमकर हंगामा और नारेबाजी हुई।
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, आपने चौधरी चरण सिंह का अपमान किया है, आपने उनकी विरासत का अपमान किया। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के लिए आपके पास समय नहीं था। आज के दिन आप सदन में ऐसा माहौल बनाकर देश के हर किसान को आहत कर रहे हैं। हमारे सिर शर्म से झुक जाने चाहिए।
राज्यसभा सभापति ने विपक्षी नेताओं को रोकते हुए कहा कि, इस तरह की भाषा का इस्तेमाल मत करिए। मैं चौधरी चरण सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा। उनका सार्वजनिक जीवन निष्कलंक रहा और उनका देश के किसानों के प्रति समर्पण भी निष्कलंक था। मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है।
दरअसल, राष्ट्रीय लोकदल के नेता और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी राज्यसभा में बोलने के लिए खड़े हुए थे। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि, भारत रत्न से सम्मानित करने पर कोई बहस नहीं है। मैं सभी को सलाम करता हूं, लेकिन अगर कोई सदस्य कोई मुद्दा उठाना चाहता है, तो आप पूछते हैं कि किस नियम के तहत। मैं जानना चाहता हूं कि उन्हें किस नियम के तहत बोलने की अनुमति दी गई है।