Hema Malini on Maha Kumbh stampede: प्रयागराज महाकुंभ मेले में 29 जनवरी को मची भगदड़ को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हमलावर है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बार-बार भगदड़ में मौतों के आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने भगदड़ को लेकर विवादित टिप्पणी की है। हेमा मालिनी ने कहा कि ये कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है। इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।
Hema Malini on Maha Kumbh stampede: प्रयागराज महाकुंभ मेले में 29 जनवरी को मची भगदड़ को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हमलावर है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बार-बार भगदड़ में मौतों के आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने भगदड़ को लेकर विवादित टिप्पणी की है। हेमा मालिनी ने कहा कि ये कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है। इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।
एक प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी से बातचीत में हेमा मालिनी ने कहा, “हम कुंभ गए थे, हमने बहुत बढ़िया स्नान किया। यह सही है कि एक घटना हुई, लेकिन यह बहुत बड़ी घटना नहीं थी। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है…यह बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया था, और सब कुछ बहुत अच्छे से किया गया था…इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।”
लोकसभा में अखिलेश यादव ने उठाया महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा
लोकसभा में मंगलवार को सपा सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कुंभ का आयोजन सदियों से होता आया है। हमारे पौराणिक और ऐतिहासिक दस्तावेज यह बताते हैं कि जिसकी भी सरकार रही होगी उसने इस तरह के महाकुंभ का आयोजन किया होगा। एक तरफ 144 साल बाद होने वाले महाकुंभ का इतना प्रचार किया गया, मैंने तो टीवी में सुना कि सरकार ने 100 करोड़ लोगों के आने की व्यवस्था की है। अगर यह बात गलत है तो अध्यक्ष महोदय मैं आपको इस्तीफा देना चाहता हूं…।
लोकसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जब ये जानकारी सामने आई कि कुछ लोगों की जान चली गई, तब सरकार हेलीकॉप्टर में भरकर फूल डालने लगी,ये कहां की सनातनी परंपरा है? जहां लाशें पड़ी हों, न जाने कितनी चप्पलें पड़ी थीं, महिलाओं की साड़ियां पड़ी थीं,उनको कैसे उठाया गया,ट्रैक्टर की ट्रॉली से, उन्हें उठाकर कहां फेंका, कोई नहीं जानता। उन्होंने कहा कि जब लगा कि वहां से बदबू आ रही तो सरकार के लोग छिपाने लगे,मीडिया पर दबाव और कुछ स्वीटनर भी दिए जा रहे हैं जिससे खबरें बाहर नहीं जाएं।