उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग (Uttar Pradesh Police Department) में कार्यरत पति-पत्नी अब एक ही जिले में साथ में सेवा दे सकेंगे। पुलिस महानिदेशक (DGP) के तरफ से जारी आदेश के अनुसार, ऐसे पुलिसकर्मी जो पति-पत्नी हैं और वर्तमान में अलग-अलग जिलों में तैनात हैं, उन्हें अब एक ही जिले में तैनाती दी जाएगी। यह व्यवस्था अनुकंपा और निजी खर्च के आधार पर लागू की गई है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग (Uttar Pradesh Police Department) में कार्यरत पति-पत्नी अब एक ही जिले में साथ में सेवा दे सकेंगे। पुलिस महानिदेशक (DGP) के तरफ से जारी आदेश के अनुसार, ऐसे पुलिसकर्मी जो पति-पत्नी हैं और वर्तमान में अलग-अलग जिलों में तैनात हैं, उन्हें अब एक ही जिले में तैनाती दी जाएगी। यह व्यवस्था अनुकंपा और निजी खर्च के आधार पर लागू की गई है।
इनको मिलेगा लाभ
इस आदेश के तहत सिपाही, सब-इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को लाभ मिलेगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर पति-पत्नी दोनों उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं और अलग-अलग स्थानों पर ड्यूटी कर रहे हैं, तो उनके अनुरोध पर उन्हें एक ही जिले में समायोजित किया जाएगा, ताकि वे पारिवारिक जीवन संतुलित रूप से जी सकें।
लंबे समय से थी मांग
पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) से जारी पत्र में कहा गया है कि कई दंपति पुलिसकर्मियों ने लंबे समय से एक ही जिले में पोस्टिंग की मांग की थी, जिसे अब मंजूरी दी गई है। यह फैसला विभागीय कार्यक्षमता बनाए रखते हुए पुलिसकर्मियों के मानसिक तनाव को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। डीजीपी कार्यालय (DGP Office) ने सभी जोनों और रेंज स्तर के अधिकारियों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।
हजारों पुलिसकर्मियों को मिली राहत
इस आदेश के लागू होने के बाद, प्रदेश के कई जिलों में ऐसे पुलिस दंपतियों को एक ही जगह पर तैनाती मिलेगी। इससे न सिर्फ पुलिसकर्मियों को मानसिक राहत मिलेगी।अब तक कई ऐसे मामले सामने आते थे जहां पति-पत्नी अलग-अलग जिलों में तैनात रहते थे, जिससे पारिवारिक जीवन में परेशानियां आती थीं। यह नया आदेश उनके लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है।