HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनी, तो उसको पाकिस्तान में मिला देंगे : केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनी, तो उसको पाकिस्तान में मिला देंगे : केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Union Minister Jitan Ram Manjhi) ने कांग्रेस (Congress) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) पर सोमवार रात जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस की सरकार बनी तो वह लोग राज्य पाकिस्तान (Pakistan) से मिला देगें।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Union Minister Jitan Ram Manjhi) ने कांग्रेस (Congress) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) पर सोमवार रात जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस की सरकार बनी तो वह लोग राज्य पाकिस्तान (Pakistan) से मिला देगें। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग सत्ता के लिए आतंकी हिजबुल से भी हाथ मिला सकते हैं। बता दें कि उक्त बयान से पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Union Minister Jitan Ram Manjhi)   ने सोशल मीडिया पर भी कहा था कि कश्मीर में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान और हिजबुल के साथ भी गठबंधन कर सकती है।

पढ़ें :- इतिहास गवाह है कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर जी के विचारों का विरोध किया: केशव मौर्य

सोमवार रात गया जिले के महकार गांव में स्थित अपने पैतृक आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह एनडीए का अभिमत है कि कांग्रेस वाले लोग अब्दुल्ला से हाथ मिला रहे हैं। अब्दुल्ला की क्या रीति और नीति रही है? यह कांग्रेस से छिपा हुआ है? लेकिन, अब तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर 370 लागू करना चाहता है। यह सभी लोग एससी-एसटी (SC-ST) के विरोधी हैं। अब्दुल्ला से हाथ मिलाने का मतलब साफ है कि कांग्रेस उसी एजेंडे पर काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में अगर जीत गए तो पाकिस्तान से मिला देगें।

जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi)ने कहा कि बांग्लादेश की सरकार जब से बदली है। वहां के हिंदुओ पर अत्याचार हो रहा है। हिंदू लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) ने कश्मीर के साथ गलती किया था। अगर कश्मीर को उसी समय पूर्ण रूप में अंगीकृत कर लिया जाता तो जो मसौदा अभी है, वह नहीं होता। वैसे ही इंदिरा गांधी ने यह गलती की बांग्लादेश को जीत कर 91 हजार फौज को सरेंडर करवाकर उसको अलग देश बनाने की क्या जरूरत थी? भारत में मिला लेते तो आज यह स्थिति नहीं होती। संसार में एक धर्म फैलाना चाहता है और उसी धर्म एजेंडा पर पाकिस्तान और बांग्लादेश में काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम यूक्रेन गए हैं, वहां बताया कि युद्ध नहीं करेंगे। वैसे ही बांग्लादेश की सरकार वहां के अल्पसंख्यकों पर ध्यान देना होगा।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...