1. हिन्दी समाचार
  2. दुनिया
  3. भारत ने अब टैरिफ में पूरी कटौती करने की पेशकश की लेकिन…ट्रंप ने किया दावा

भारत ने अब टैरिफ में पूरी कटौती करने की पेशकश की लेकिन…ट्रंप ने किया दावा

ट्रंप का ये बयान तब आया है जब चीन के तियानजिन में एससीओ समिट की बैठक हुई, जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए। सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा, बहुत कम लोग यह समझते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, जबकि वह हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सोमवार को बड़ा बयान आया है। उन्होंने भारत पर एकतरफा व्यापार संबंधों का आरोप लगाया है। ट्रंप ने कहा कि, भारत हमेशा से अमेरिका को अपने सबसे बड़े ग्राहकों में गिनता रहा है लेकिन बदले में अमेरिका को वहां पर व्यापार करने का बहुत कम अवसर मिला है। उन्होंने दावा किया कि, भारत ने टैरिफ घटाने का प्रस्ताव दिया है लेकिन अब देर हो चुकी है।

पढ़ें :- CJI सूर्यकांत का दो टूक आदेश, बोले-मंदिर का पैसा भगवान का है, घाटे में डूबे बैंकों के लिए नहीं हो सकता इस्तेमाल

दरअसल, ट्रंप का ये बयान तब आया है जब चीन के तियानजिन में एससीओ समिट की बैठक हुई, जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए। सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा, बहुत कम लोग यह समझते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, जबकि वह हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो भारत हमें बहुत ज्यादा मात्रा में सामान बेचता है, जबकि हम भारत को बहुत कम मात्रा में सामान बेचते हैं। हम उनके सबसे बड़े ग्राहक हैं, लेकिन हमारा सामान उनके यहां नहीं बिकता… अब तक यह रिश्ता एकतरफा रहा है। यह कई दशकों से चला आ रहा है।

ट्रंप ने आगे कहा, भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य साजो सामान रूस से खरीदता है, यह अमेरिका से बहुत कम सामान खरीदता है। इसके अलावा वह हमारे ऊपर बहुत ज्यादा मात्रा में टैरिफ भी लगाता है। यह किसी अन्य देश की तुलना में बहुत ज्यादा है। इसकी वजह से हमारे व्यवसायी भारत में व्यापार नहीं कर पाते। ट्रंप ने कहा कि भारत दशकों से जो टैरिफ अमेरिका के ऊपर लगा रहा था, अब उन्हें पूरी तरह से कम करने की पेशकश कर रहा है। लेकिन अब काफी देर हो गई है। उन्हें ऐसा सालों पहले कर देना चाहिए था।

बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान से संकेत मिलता है कि आने वाले समय में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में खिंचाव आ सकता है। भारत लंबे समय से अमेरिका का एक अहम साझेदार माना जाता है, लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति लगातार व्यापार घाटे को लेकर कड़ा रुख अपनाते रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर टैरिफ को लेकर समाधान नहीं निकला तो यह विवाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है।

पढ़ें :- World Book of Records London में अब नीतीश कुमार का बजा डंका, भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में दर्ज की एक अद्वितीय उपलब्धि

 

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...