भारत सरकार ने आठ देशों में न जाने की चेतवानी दी है। दुनियाभर चल रहे संघर्ष को देखते हुए भारत सरकार ने एडवाइजरी (MEA Travel Advisory) जारी की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट किया है कि यमन, सीरिया और म्यांमार जैसे देशों में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है और यहां जाना जानलेवा हो सकता है।
नई दिल्ली। भारत सरकार ने आठ देशों में न जाने की चेतवानी दी है। दुनियाभर चल रहे संघर्ष को देखते हुए भारत सरकार ने एडवाइजरी (MEA Travel Advisory) जारी की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट किया है कि यमन, सीरिया और म्यांमार जैसे देशों में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है और यहां जाना जानलेवा हो सकता है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने वैश्विक स्तर पर बढ़ते संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता और गृह युद्धों को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सतर्क किया है। सरकार ने थाईलैंड के सात संवेदनशील प्रांतों में जाने से मना किया है।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट किया है कि यमन, सीरिया और म्यांमार जैसे देशों में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। यमन में हौथी विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच वर्षों से चल रहा गृह युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीरिया में अब भी सरकार, विपक्षी गुट और आतंकवादी संगठन जैसे ISIS के बीच टकराव जारी है। वहीं म्यांमार में सैन्य शासन और जातीय गुटों के बीच हिंसा खासकर राक्खाइन, चिन और शान राज्यों में चरम पर है। इन तीनों देशों में भारतीयों से बिना अत्यावश्यक कारण यात्रा न करने और वहां मौजूद नागरिकों को तत्काल दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
विऑन के एक रिपोर्ट इराक, लिबिया और लेबनान की स्थिति भी चिंताजनक बताई गई है। इराक के पांच प्रांत निनवे (मोसुल), सलाहुद्दीन (तिक्रित), दियाला (बाकूबा), अल-अनबार (रमादी) और किरकुक में अब भी आतंकवादी गतिविधियां और संघर्ष बने हुए हैं। लिबिया में कई गुटों के बीच सशस्त्र संघर्ष और मिलिशिया हिंसा का खतरा बना हुआ है। लेबनान में इज़राइल और हिज्जबुल्लाह के बीच सीमा तनाव के कारण हालात अस्थिर हैं। इन तीनों देशों में भी भारतीयों को यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
रिपोर्ट: सतीश सिंह