8वें हिंद महासागर संवाद के उद्घाटन सत्र को भारत के विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के बाद की दुनिया में उभरने वाले अवसरों और चुनौतियों के बारे में 7वें संस्करण में चर्चा की निरंतरता के रूप में देखें।डॉ. राजकुमार रंजन सिंह कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र के बारे में भारत का दृष्टिकोण सागर सिद्धांत (SAGAR Doctrine) पर नब्ज है ।
नई दिल्ली। 8वें हिंद महासागर संवाद के उद्घाटन सत्र को भारत के विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के बाद की दुनिया में उभरने वाले अवसरों और चुनौतियों के बारे में 7वें संस्करण में चर्चा की निरंतरता के रूप में देखें।
डॉ. राजकुमार रंजन सिंह कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र के बारे में भारत का दृष्टिकोण सागर सिद्धांत (SAGAR Doctrine) पर नब्ज है । उन्होंने कहा कि हमारे प्रधान मंत्री द्वारा उल्लिखित क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास, जिसमें राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र शामिल हैं। राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि
यह विश्वास और पारदर्शिता के माहौल पर आधारित शांति और समृद्धि के क्षेत्र के रूप में हिंद महासागर क्षेत्र और एक बड़े हिंद-प्रशांत क्षेत्र की कल्पना करता है। अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों के लिए सम्मान, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अधिकार के रूप में समान पहुंच, विवाद का शांतिपूर्ण समाधान और उन्नत समुद्री सहयोग है।