तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री हमारे लिए आदरणीय थे, हैं और हमेशा रहेंगे। अक्सर मुख्यमंत्री जी हमलें कहते थे कि तुम हमारे बेटे की तरह हो। हम भी उन्हें राजा दशरथ की तरफ ही पिता मानते हैं। इनकी मजबूरी रही होगी जैसे राजा दशरथ की रही थी कि भगवान राम को वनवास भेज दिया गया। हालांकि हम इसे वनवास नहीं मानते हैं। हमें तो उन्होंने जनता के बीच भेजा है उनके सुख और दुख का भागीदार बनने के लिए।
पटना। बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार के लिए आज का दिन बेहद ही अहम है। फ्लोर टेस्ट से पहले आरजेडी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, सबसे पहले हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देना चाहते हैं कि लगातार 9 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। 9 बार तो शपथ ली ही लेकिन एक ही टर्म में उन्होंने तीन-तीन बार शपथ ली है। हमने ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी नहीं देखा।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री हमारे लिए आदरणीय थे, हैं और हमेशा रहेंगे। अक्सर मुख्यमंत्री जी हमलें कहते थे कि तुम हमारे बेटे की तरह हो। हम भी उन्हें राजा दशरथ की तरफ ही पिता मानते हैं। इनकी मजबूरी रही होगी जैसे राजा दशरथ की रही थी कि भगवान राम को वनवास भेज दिया गया। हालांकि हम इसे वनवास नहीं मानते हैं। हमें तो उन्होंने जनता के बीच भेजा है उनके सुख और दुख का भागीदार बनने के लिए।
साथ ही उन्होनें कहा, कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिला, बहुत खुशी की बात है। कर्पूरी ठाकुर और मेरे पिता के साथ आप (नीतीश कुमार) काम कर चुके हैं। आपको तो ये पता था कि जब कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण बढ़ा दिया तो जनसंघ वालों ने ही कर्पूरी ठाकुर को मुख्यमंत्री पद से हटाया। आप कर्पूरी ठाकुर का नाम लेते हैं, फिर भी आप कहां बैठ गए। वही भाजपा और जनसंघ वाले कहते थे कि आरक्षण कहां से आएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, आपने कहा था कि हम लोगों का एक ही लक्ष्य है कि ना प्रधानमंत्री बनना है, ना मुख्यमंत्री बनना है। देशभर के विपक्षों को गोलबंद करके जो तानाशाह है उसे दोबारा नहीं आने देना है। जब आप गवर्नर हाउस से बाहर आए, तो आपने कहा मन नहीं लग रहा था। मन नहीं लग रहा था तो हम लोग नाचने गाने के लिए थोड़ी हैंए जो काम आप बोलते थे असंभव है उसे हम लोगों ने मुमकिन करके दिखाने का काम किया।