झारखंड (Jharkhand) में अवैध खनन घोटाले (Illegal Mining Scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रांची में कई ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी जारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई है, वे प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) नाम के व्यक्ति से जुड़े हुए हैं। छापेमारी के दौरान ईडी (ED) को उनके ठिकानों से दो AK-47 बरामद हुई हैं। स्थानीय मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, ईडी (ED) ने एनआईए (NIA) को इसके बारे में सूचना दी है।
Jharkhand News : झारखंड (Jharkhand) में अवैध खनन घोटाले (Illegal Mining Scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रांची में कई ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी जारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई है, वे प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) नाम के व्यक्ति से जुड़े हुए हैं। छापेमारी के दौरान ईडी (ED) को उनके ठिकानों से दो AK-47 बरामद हुई हैं। स्थानीय मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, ईडी (ED) ने एनआईए (NIA) को इसके बारे में सूचना दी है। कहा जा रहा है कि प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) के राजनेताओं से मजबूत संबंध हैं।
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय एजेंसी ने यहां अवैध खनन (Illegal Mining) और जबरन वसूली के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (MLA representative Pankaj Mishra) से पूछताछ के बाद कई ठिकानों पर छापा मारा है। झारखंड और बिहार की करीब 17 लोकेशन पर तलाशी अभियान जारी है।
19 जुलाई को गिरफ्तार हुए थे पंकज मिश्रा
ईडी (ED) ने 8 जुलाई को पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों से जुड़े 19 ठिकानों पर साहेबगंज, बरहेट, राजमहल और मिर्जा चौकी में तलाशी ली थी। तब से ईडी (ED) ने उन्हें जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था, लेकिन खराब स्वास्थ्य का कारण बताते हुए वह दो बार नहीं आए। इसके बाद ईडी ने 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में मिश्रा को गिरफ्तार किया था।
100 करोड़ रुपये की आय का भी पता चला
ईडी (ED) ने कहा कि अवैध खनन से उत्पन्न अपराध की 100 करोड़ रुपये की आय का भी पता लगाया गया है और इस पर काम किया जा रहा है। इससे पहले मई के महीने में संघीय एजेंसी ने पीएमएलए (PMLA) के तहत मनरेगा घोटाले (MGNREGA SCAM) से जुड़े 36 स्थानों पर तलाशी ली थी जिसके बाद 19.76 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। इसमें आईएएस पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) और उनके सहयोगियों के परिसर भी शामिल थे। इस मामले में भी ईडी(ED) ने कहा कि तलाशी और विभिन्न व्यक्तियों के बयानों के बाद एकत्र किए गए सबूतों सहित जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों से पता चला है कि जब्त नकदी का बड़ा हिस्सा अवैध खनन से प्राप्त हुआ था और वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं से संबंधित था।