एकादशी तिथि को भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी का व्रत रखा जाता है।
व्रत की तिथि (Kamada Ekadashi 2025)
तिथि प्रारंभ: 7 अप्रैल 2025, सुबह 9:30 बजे
तिथि समाप्त: 8 अप्रैल 2025, सुबह 10:42 बजे
व्रत रखने की तिथि: 8 अप्रैल 2025 (मंगलवार)
पारण (व्रत खोलने) का समय: 9 अप्रैल 2025 को सुबह 6:05 बजे से 8:35 बजे तक
स्कंद पुराण में वर्णित कथा के अनुसार, एक गंधर्व दंपति को श्राप से मुक्ति इसी व्रत से प्राप्त हुई थी। यह प्रमाणित करता है कि यह व्रत कितना प्रभावशाली और भगवान विष्णु की कृपा दिलाने वाला है।
व्रत पूजा विधि
कामदा एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।एकादशी व्रत में भगवान विष्णु
की पूजा की जाती है इसलिए उनकी मूर्ति को ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र का उच्चारण करते हुए पंचामृत से स्नान आदि कराकर वस्त्र,चन्दन,जनेऊ ,गंध,अक्षत,पुष्प,तिल,धूप-दीप,नैवैद्य ,ऋतुफल,पान,नारियल,आदि अर्पित करें। इसके बाद कामदा एकादशी की कथा का श्रवण या वाचन करने का अत्याधिक पुष्यफल प्राप्त होता है। इसलिए भगवान की पूजा के बाद कथा का श्रवण् करें। एकादशी व्रत की पूजा के अन्त में आरती अवश्य करें।
एकादशी व्रत नहीं करना चाहिए ये काम
इस व्रत में नमक, तेल, चावल अथवा अन्न वर्जित है।
मसूर की दाल का त्याग।
इस दिन क्रोध, मिथ्या भाषण का त्याग करना चाहिए।