करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को जन्मों जन्मों तक सहेजने वाले कठिन व्रत है। सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान से यही प्रार्थना करती है कि उनके रिश्ते की मिठास बनी रहे और पारिवारिक जीवन में खुशियां ही खुशियां बरसे।
Karwa Chauth Elaichi Totka : करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को जन्मों जन्मों तक सहेजने वाले कठिन व्रत है। सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान से यही प्रार्थना करती है कि उनके रिश्ते की मिठास बनी रहे और पारिवारिक जीवन में खुशियां ही खुशियां बरसे। करवा चौथ पति के दीर्घायु की कामना करने और ग्रहों को संतुलित कर रिश्तों में मजबूती लाने का भी अच्छा समय है। इस वर्ष करवा चौथ शुक्रवार को पड़ रहा है, जो चंद्रमा, देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह तीनों को प्रसन्न करने का विशेष संयोग बना रहा है। ऐसे में यदि चंद्रमा से जुड़े कुछ खास उपाय करने से रिश्तों की कड़वाहट दूर होकर प्रेम और सुख-शांति लौट आती है। आइये जानते है कुछ खास उपाय के बारे में।
शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य और रोमांस का प्रतीक है। वहीं, चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक कहलाता है। कहा जाता है कि जब व्यक्ति के दोनों ग्रह संतुलित होते हैं, तो दांपत्य जीवन में सुख और स्थिरता आती है। वहीं यदि शुक्र कमजोर हो जाए तो रिश्तों में दरार, ब्रेकअप, तलाक जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
चंद्रमा मन की स्थिति को दर्शाता है और अगर वह भी असंतुलित हो जाए, तो व्यक्ति असुरक्षित, क्रोधित और मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करता है। इसलिए करवा चौथ के दिन इन दोनों ग्रहों को साधना शुभ होता है।
अगर रिश्तों में कलह और मनमुटाव दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में इसका उपाय बताया गया है। इलायची का एक आसान उपाय करने से आपके रिश्ते में मजबूती और मिठास आएगी। इसके लिए शुक्रवार को बड़ी इलायची के कुछ दाने पानी में उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें। इससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है और रिश्तों में मधुरता और शांति आती है।