ग्रह मंडल के देवता सूर्य देव जब धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास माना जाता है। सनातन धर्म में खरमास में कुछ विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है।
खरमास
16 दिसंबर 2025 से लेकर 13 जनवरी 2026 तक खरमास चलेगा। 14 जनवरी 2026 को खरमास खत्म होगा।
खरमास में सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने का विधान है, जिससे साधक को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। खरमास की अवधि में किसी भी मांगलिक कार्य को करने की मनाही होती है। मान्यता है कि इस दौरान कुछ उपाय करने से धन प्राप्ति होती है और सोई हुई किस्मत जाग जाती है।
खरमास में तुलसी पूजा करें
खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करें। इससे कुंडली में गुरु मजबूत होता है।
भगवान विष्णु को पीले भोजन का भोग लगाएं।
रोजाना तुलसी पूजा करें।
सूर्योदय से पहले उठकर सूर्य देव को तांबे के लोटे से अर्घ्य दें।
सूर्य देव और गुरु ग्रह के मंत्रों का जप करें।
खरमास में सत्यनारायण कथा कराएं।
खरमास के दौरान देवी-देवताओं, ब्राह्मणों, और बुज़ुर्गों की पूजा करें।
हर दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
इन कार्यों से बचना चाहिए
घर बनवाने की शुरुआत न करें।
तामसिक भोजन न करें।
नया वाहन और मकान न खरीदें।