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जानिए कौन है येवगेनी प्रिगोझिन? जेल से आने के बाद लगाया हॉट डॉग का स्टॉल, अब प्राइवेट आर्मी के जरिए की रूस से बगावत

प्रिगोझिन ने कहा, यह सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि न्याय का मार्च है। वहीं, पुतिन द्वारा वैगनर ग्रुप के विद्रोह को कुचलने की कसम खाने के कुछ ही क्षण बाद प्रिगोझिन ने कथित तौर पर कहा कि रूसी राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान गलत विकल्प चुना और देश को जल्द ही एक नया राष्ट्रपति मिलेगा।

By शिव मौर्या 
Updated Date

मॉस्को। रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के मालिक येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने बगावत कर दी है। इस बगावत के बाद रूस की स्थिति पर दुनियाभर की नजर बनी हुई है। प्रिगोझिन ने रूसी सेना के मुख्यालय रोस्तोव-ऑन-डॉन पर कब्जे के लिए अपने लड़ाकों को भी भेजने की बात कही है। इसके साथ ही प्रिगोझिन ने रूसियों के चेतावनी दी है कि वे उसका विरोध न करें। उसने लोगों से अपने साथ शामिल होने का आह्वान किया है। प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin)  ने कहा, यह सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि न्याय का मार्च है। वहीं, पुतिन द्वारा वैगनर ग्रुप के विद्रोह को कुचलने की कसम खाने के कुछ ही क्षण बाद प्रिगोझिन ने कथित तौर पर कहा कि रूसी राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान गलत विकल्प चुना और देश को जल्द ही एक नया राष्ट्रपति मिलेगा। उधर, रूसी रक्षा मंत्रालय ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी है और प्रगोझिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। एक समय था जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) का सबसे खास रहा येवगेनी प्रिगोझिन अब खुलकर रूसी नेतृत्व पर सवाल उठा रहा है। आइए जानते हैं कि प्रिगोझिन के बारे में….

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जेल में बिताए 9 साल फिर लगाया हॉट डॉग का स्टॉल
येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin)  ने 9 साल जेल में भी बिताए हैं। साल 1981 में येवगेनी को मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी का दोषी पाए जाने पर 13 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि सोवियत यूनियन के पतन के बाद येवगेनी को 9 साल की सजा के बाद ही रिहा कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट की माने तो येवगेनी प्रिगोझिन जेल से बाहर आने के बाद अपने बिजनेश की शुरूआत की थी। उसने हॉट डॉग का स्टॉल लगाया था। इसके बाद येवगेनी ने एक रेस्तरां खोला था, जिसके बाद उसका रेस्तरां काफी प्रसिद्ध हो गया। येवगेनी के रेस्तरां की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि खुद रूसी राष्ट्रपति पुतिन विदेशी मेहमानों को इस रेस्तरां में खाना खिलाने ले जाने लगे। इस तरह येवगेनी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के करीब आया।

पुतिन का बताने लगा था करीबी
पुतिन से करीबी का फायदा उठाकर येवगेनी प्रिगोझिन ने कैटरिंग का बिजनेस शुरू किया और वह रूसी सेना और स्कूली बच्चों को खाना खिलाने के सरकारी ठेके लेने लगा। इसी के चलते येवगेनी की पहचान पुतिन के रसोइए के रूप में हो गई। कैटरिंग के बिजनेस से येवगेनी प्रिगोझिन ने खूब पैसा कमाया।

इस तरह शुरू किया वैगनर ग्रुप
पुतिन (President Vladimir Putin) का करीबी बताकर येवगेनी प्रिगोझिन काफी प्रसिद्ध हो गया था। धीरे-धीरे उसने रूसी सेना के समर्थन से एक प्राइवेट आर्मी बनाई, जिसे वैगनर ग्रुप का नाम दिया गया। इसमें आर्मी के रिटायर्ड सैन्य अअधिकारी और जवानों को शामिल किया गया। आरोप लगे कि वैगनर ग्रुप में अपराधियों को भी शामिल किया गया। वैगनर ग्रुप को क्रैमलिन का भी समर्थन मिला। आरोप है कि वैगनर ग्रुप सीरिया, लीबिया, माली और सेंट्रल अफ्रीकी देशों में भी क्रूर मिशनों को अंजाम दे चुका है। जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को ही अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया। वैगनर ग्रुप के बढ़ते दबदबे के चलते ही येवगेनी प्रिगोझिन का भी रूस के शीर्ष नेतृत्व में दबदबा भी बढ़ा है और प्रिगोझिन को पुतिन के अगले उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाने लगा था। हालांकि यूक्रेन युद्ध ने हालात बदल दिए हैं। एक समय पुतिन का सबसे खास प्रिगोझिन आज आलोचक बनकर उभरा है।

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