18वीं लोकसभा (18th Lok Sabha) का पहला सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है।
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा (18th Lok Sabha) का पहला सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
Sharing my remarks at the start of the first session of the 18th Lok Sabha. May it be a productive one.https://t.co/Ufz6XDa3hZ
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2024
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि आज 18वीं लोकसभा (18th Lok Sabha) शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार जनता देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि पिछले 10 सालों में हमने हमेशा एक परंपरा लागू करने की कोशिश की है क्योंकि हमारा मानना है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत की जरूरत होती है लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए, यह होगा मां भारती की सेवा के लिए, सबकी सहमति से, सबको साथ लेकर, 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमारा निरंतर प्रयास, संविधान की पवित्रता को बनाए रखते हुए, हम सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं और फैसलों को गति देना चाहते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि देश की जनता ने हमें तीसरी बार अवसर दिया है। हमारी जिम्मेदारी तीन गुना बढ़ गई है। इसलिए मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि अपने तीसरे कार्यकाल में हम तीन गुना मेहनत करेंगे और तीन गुना परिणाम प्राप्त करेंगे। देश की जनता को नाटक, हंगामा नहीं चाहिए। देश को नारे नहीं, substance चाहिए। देश को एक अच्छा विपक्ष चाहिए, एक जिम्मेदार विपक्ष चाहिए।