कमल के फूल एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसका इस्तेमाल पूजा के लिए ही नहीं बल्कि इसकी चाय सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। मिनरल्स से भरपूर कमल का फूल शरीर के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
कमल के फूल एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसका इस्तेमाल पूजा के लिए ही नहीं बल्कि इसकी चाय सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। मिनरल्स से भरपूर कमल का फूल शरीर के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
आयुर्वेद में कमल के फूलों को औषधि के रुप में माना गया है। कमल के फूलों की चाय पीने से बुखार, सिर दर्द जैसी तमाम दिक्कतों में आराम पहुचाती है। कमल के फूलों में विटामिन बी , सी आयरन जैसे पोषक तत्व होते है। जो दिल को भी सेहतमंद बनाएं रखने में मदद करते है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार कमल के फूल से बनी चाय बीपी कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। लेकिन इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
कमल के फूल में एपोमोर्फिन और न्यूसीफेरिन नामक मौजूद पोषक तत्व स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंजायटी से जील करने में मदद कर सकते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार नियमित तौर पर कमल के फूल से बनी चाय पीने पर दिमाग शांत रखने में मदद मिल सकती है।जिन लोगों को जरूरत से ज्यादा प्यास लगती है उनके लिए भी कमल की चाय बेहद फायदेमंद है। कमल की चाय में मौजूद पोषक तत्व प्यास शांत करने में मदद कर सकते हैं। कमल के फूल की चाय शरीर का तापमान ठंडा बनाए रखने में भी मदद करती है।
पीरियड्स के दौरान जिन महिलाओं को बहुत ज्यादा दर्द और ऐंठन की समस्या बनी रहती है, उनके लिए भी कमल के फूलों से बनी चाय फायदेमंद हो सकती है। पीरियड्स के दौरान रोजाना 2 कप यह चाय पीने से राहत मिलती है। कमल के फूलों से चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी को पैन में डालकर उबाल लें। अब इस उबलते हुए पानी में कमल के फूल डालकर थोड़ी देर तक पकाएं।
कमल के फूल की चाय बनाने के लिए पानी और कमल के फूल का अनुपात 4:1 रखें। इसे बाद इस चाय को लगभग 2 घंटे के लिए ठंडा होने के लिए अलग रख दें। पानी का यह मिश्रण जब ठंडा हो जाए, तो छलनी की मदद से छानकर इसमें थोड़ा सा गुलाब का अर्क डालें। आपकी टेस्टी और हेल्दी कमल के फूल की चाय बनकर तैयार है। आप चाहे तो इस चाय स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।