लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन प्रांगण में शुक्रवार को छात्रसंघ उपाध्यक्ष रहे ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर मौजूद छात्र व शिक्षकों, कर्मचारियों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए अपने विचार व संस्मरण साझा किए।
लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन प्रांगण में शुक्रवार को छात्रसंघ उपाध्यक्ष रहे ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर मौजूद छात्र व शिक्षकों, कर्मचारियों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए अपने विचार व संस्मरण साझा किए।
इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष व वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता स्वर्गीय अतुल अंजान व विश्वविद्यालय छात्रसंघ के जूनियर लाइब्रियन रहे स्व .सुभाष मौर्य को निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई । कार्यक्रम का आयोजन पूर्व महामंत्री छात्रसंघ अनिल सिंह बीरू ने किया। संचालन वरिष्ठ छात्रनेता व प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस अंशू ने किया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापित कर छात्रसंघ समन्वयक लविवि के प्रो. महेंद्र अग्निहोत्री ने किया।
संचालक अंशू अवस्थी ने बताया कि स्व.ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उपाध्यक्ष रहे। हमेशा छात्रहितों के लिए संघर्षशील रहे, आज विश्वविद्यालय ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह “ज्ञानू” को उनकी 33वीं पुण्यतिथि पर, लखनऊ विश्वविद्यालय एलुमनाई व हबीबुल्लाह छात्रावास एलुमनाई फाउंडेशन श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है और उनके द्वारा छात्रहितों के लिए गए कामों को याद कर रहा है और स्व.” ज्ञानू ” के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है। इस अवसर विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में छात्रसंघ के महत्व पर बल दिया और छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर भी अपनी चिंता और प्रतिबद्धता दोहराई ।
ज्ञानेंद्र सिंह “ज्ञानू ” वर्ष 1990-91 में लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उपाध्यक्ष व हबीबुल्लाह छात्रावास के अंतावासी रहे थे। पूर्व अध्यक्ष छात्रसंघ(1965),पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने छात्रसंघ के गौरवशाली इतिहास को बताते हुए नए छात्रों को प्रेरणा लेने के लिए कहा और अपने समय के संस्कारों को याद करते हुए उन्होंने छात्रसंघ के महत्वता के बारे में अवगत कराया और छात्रसंघ चुनाव के लिए अपना सहयोग देने का वादा किया।
शिया कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे और विश्वद्यालय की छात्र राजनीति में सक्रिय रहे वरिष्ठ नेता अमीर हैदर चचा ने भी अपने अनुभव सुनाए। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और पूर्व MLC राज्यपाल कश्यप ने अपने संस्मरण और विश्वविद्यालय का उनकी राजनीति में योगदान पर प्रकाश डालते हुए राजनीति में माफिया गिरी रोकने में छात्रसंघ राजनीति की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया ।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नीरज जैन, मनोज तिवारी, व उपाध्यक्ष अल्पना बाजपेई ,ने ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के समय के छात्रहितों में किए गए आंदोलनों एवं कार्यों को विस्तार पूर्वक साझा किया और छात्रसंघ का देश की राजनीति में योगदान बताते हुए छात्रसंघ चुनाव पर जोर दिया।
छात्रसंघ समन्वयक प्रो. महेंद्र अग्निहोत्री , लूटा (Lucknow University Teacher Association) के अध्यक्ष प्रो. मनोज पांडेय ने भी अपने विचार रखे । कार्यक्रम के आयोजक पूर्व महामंत्री लखनऊ विश्वविद्यालय अनिल सिंह बीरू ने अपने संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय परिवार का सदस्य होने के नाते हम सभी गौरवान्वित हैं कि यहां से पढ़े निकले छात्र हर एक क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं और विश्वविद्यालय का नाम ऊंचा कर रहे हैं, यहां से पढ़े हुए व्यक्ति सामाजिक क्षेत्र में राजनीतिक क्षेत्र में, हर एक क्षेत्र में नाम ऊंचा कर रहे हैं यहां से निकले हुए लोग राजनीति के सर्वोच्च पदों पर पहुंचे हैं और मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री के पदों को सुशोभित किया है।
अनिल सिंह बीरू ने कार्यक्रम में आए हुए वरिष्ठ छात्रों, पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों,शिक्षकों, कर्मचारियों नेताओं,पुरातन छात्रों,वर्तमान छात्र नेताओं को हबीबुल्लाह एलुमनाई फाउंडेशन व छात्र संघ परिवार की तरफ से आभार व्यक्त किया और कृतज्ञता जाहिर की।
पुण्यतिथि कार्यक्रम के पश्चात अतुल कुमार अंजान के द्वारा राष्ट्रीय राजनीतिक फलक अपनी गहरी छाप और उनके देशहित में किए कार्यों को याद किया गया और उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता से प्रेरणा ली गई । इस अवसर पर पूर्व बाल आयोग अध्यक्ष अनीता अग्रवाल,वरिष्ठ पत्रकार शिव सिंह, पूर्व महामंत्री राम सिंह राणा ,पूर्व जू.ला. राजेश विद्यार्थी ,प्रदीप सिंह बब्बू, पूर्व संयुक्त मंत्री योगेश तिवारी, कर्मचारी संघ के नेता मौजूद रहे।