महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी सरकार गठन को लेकर संशय बना हुआ है। पांच दिसंबर को सरकार गठन की बात कही जा रही है लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है। दरअसल, सोमवार को एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस की मीटिंग होने वाली थी।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी सरकार गठन को लेकर संशय बना हुआ है। पांच दिसंबर को सरकार गठन की बात कही जा रही है लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है। दरअसल, सोमवार को एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस की मीटिंग होने वाली थी। इसमें सरकार बनाने के आखिरी फॉर्मूले को लेकर मीटिंग होने वाली थी लेकिन अब खबर आ रही है कि, इस मीटिंग को रद्द कर दिया गया है।
इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड ने महाराष्ट्र में पार्टी विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए विजय रूपाणी, पूर्व मुख्यमंत्री, गुजरात एवं प्रदेश प्रभारी पंजाब तथा केन्द्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण को केन्द्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
क्या दबाव की राणनीति बना रहे शिंदे?
सूत्रों की माने तो मीटिंग को रद्द होने को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल उठ ही रहे हैं कि क्या वह कोई दबाव की रणनीति तो एकनाथ शिंदे नहीं बना रहे। इसके चलते ही मीटिंग्स टाल रहे हैं? इस बीच डिप्टी सीएम अजित पवार दिल्ली रवाना होने वाले हैं। फिलहाल यह तय नहीं है कि अजित पवार किस मकसद से दिल्ली आ रहे हैं, लेकिन कयास हैं कि वह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात कर सकते हैं। अजित पवार के साथ सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल भी दिल्ली जा रहे हैं। वहीं भाजपा की ओर से 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हैं।