बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Bollywood actress Mamta Kulkarni) ने किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन दो दिन बाद ही इन्होंने वापसी कर ली है। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा है कि वो साध्वी का जीवन जीना जारी रखेंगी।
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Bollywood actress Mamta Kulkarni) ने किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन दो दिन बाद ही इन्होंने वापसी कर ली है। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा है कि वो साध्वी का जीवन जीना जारी रखेंगी। ममता ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो बता रही हैं कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी आचार्य महामंडलेश्वर (Laxmi Narayan Tripathi Acharya Mahamandleshwar) ने उन्हें समझाया, जिसके बाद ममता ने इस्तीफा वापस लिया है।
ममता ने शेयर किया वीडियो
ममता ने वीडियो में कहा- नमस्ते, मैं ममता, दो दिन पहले मेरे पट्टा गुरु डॉ. श्री आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी (Patta Guru Dr. Shri Acharya Laxmi Narayan Tripathi) के ऊपर कुछ लोगों ने गलत आरोप लगाए हैं। उस भावना में आकर मैंने अपने पद से इस्तीफा दिया, लेकिन उन्होंने वो इस्तीफा नामंजूर कर दिया। मैं उनकी आभारी हूं कि उन्होंने वापस से मुझे इस पद पर बिठाया और आगे चलकर मैं अपना जीवन किन्नर अखाड़ा (Kinnar Akhara) और सनातन धर्म के लिए समर्पित करूंगी। बता दें कि ममता कुलकुर्णी ने महाकुंभ में अपना पिंडदान किया था। इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) की महामंडलेश्वर बनाया गया था।लेकिन इस पर खूब विवाद हुआ था, जिसके बाद ममता ने इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देते हुए ममता ने कहा था कि मैं किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी रहूंगी।
जब ममता पर उठे सवाल
प्रयागराज महाकुंभ में ममता ने पूरी रीति से किन्नर अखाड़े में दीक्षा ली थी और फिर हाथों-हाथ उन्हें महामंडलेश्वर बना दिया गया था। उन्होंने पिंडदान किया, संगम में स्नान किया, फिर उनका पट्टाभिषेक हुआ और वो महामंडलेश्वर बना दी गईं। ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनते ही कई तरह के सवाल उठने लगे थे। बाबा रामदेव से लेकर अखाड़े के ही कई संतों-लोगों ने इस पर आपत्ति जताई थी।ममता के लिए कहा गया था कि कल तक जो सांसारिक सुखों मे लिप्त थे, अचानक एक ही दिन में संत बन गए हैं और महामंडलेश्वर जैसी उपाधि ले रहे हैं।