HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. Manipur Violence : मणिपुर हिंसा की न्यायिक जांच की मांग,कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा ज्ञापन

Manipur Violence : मणिपुर हिंसा की न्यायिक जांच की मांग,कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा ज्ञापन

Manipur Violence : मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu)  से मुलाकात की। कांग्रेस (Congress ) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मणिपुर में भाजपा सरकार के आगजनी और हिंसा को रोकने के प्रयासों में गंभीर कमी रही है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

Manipur Violence : मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu)  से मुलाकात की। कांग्रेस (Congress ) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मणिपुर में भाजपा सरकार के आगजनी और हिंसा को रोकने के प्रयासों में गंभीर कमी रही है। साथ ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जांच आयोग (High Level Inquiry Commission)की मांग की।

पढ़ें :- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर कपिल सिब्बल का पलटवार, बोले-राष्ट्रपति नाम का हेड ऑफ स्टेट, सुप्रीम कोर्ट के पास है पावर

मणिपुर की स्थिति को लेकर मंगलवार दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मुलाकात की। वहीं कांग्रेस नेता ने बताया कि मणिपुर के बिगड़ते हालात को काबू लाने के लिए उन्होंने मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने कहा कि जातीय हिंसा के कारण करीब 100 लोग मारे गए हैं और कई लापता हो गए हैं।

कांग्रेस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा ज्ञापन

कांग्रेस (Congress ) द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि 2000 से अधिक घरों को या तो जला दिया गया है या नष्ट कर दिया गया है। महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 10000 लोग अभी भी राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों में उचित स्वास्थ्य और स्वच्छता सुविधाओं के बिना रह रहे हैं। हजारों लोग बेघर और विस्थापित हो गए हैं। लगभग सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, छात्रों को शिक्षा से वंचित कर रहे हैं। उन लोगों की तत्काल पहचान करने की आवश्यकता है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है और उनके शवों को अंतिम संस्कार के लिए शोक संतप्त परिवारों को सौंपने की आवश्यकता है। कई लापता लोगों का पता लगाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। बड़ी संख्या में बच्चे हैं। राहत शिविरों में रहने और विस्थापित परिवारों के छात्रों की शिक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्र और मणिपुर राज्य सरकार (Manipur State Government) ने मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) में मरने वाले लोगों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी। साथ ही किसी परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा रुकने का नाम ही नहीं ले रही। अभी भी कई जगहों से हिंसक घटनाओं की खबर आ रही है।

पढ़ें :- वक्फ संशोधन कानून पर 'सुप्रीम' सुनवाई, फिलहाल नई नियुक्ति नहीं, न प्रॉपर्टी डिनोटिफाई होगी, केंद्र ने कोर्ट को दिया आश्वासन

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...