ज़िंदगी को आसान बनाने के लिए हम कैमिकल की दुनियाँ से दूर नहीं हो पाते हैं। कैमिकल हर जगह इसेक्ट से बचने के लिए साफ सफाई को लेकर इसका प्रयोग हर जगह किया जाता है। वो चाहे ऑफिस , घर या स्कूल हो। इससे साफ सफाई महक सब मिल रहा है लेकिन हमारे सेहत पर ये बहुत बुरा असर डालता है। घर हो या ऑफिस, हर जगह हमें मॉस्किटो रिपलैंट, टॉयलेट क्लीनर, रूम फ्रेशनर, हैंडवॉश, डिटरजेंट, बॉडी सोप-शैम्पू और पेस्ट कंट्रोल जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन ये हमारे सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है।
ज़िंदगी को आसान बनाने के लिए हम कैमिकल की दुनियाँ से दूर नहीं हो पाते हैं। कैमिकल हर जगह इसेक्ट से बचने के लिए साफ सफाई को लेकर इसका प्रयोग हर जगह किया जाता है। वो चाहे ऑफिस , घर या स्कूल हो। इससे साफ सफाई महक सब मिल रहा है लेकिन हमारे सेहत पर ये बहुत बुरा असर डालता है। घर हो या ऑफिस, हर जगह हमें मॉस्किटो रिपलैंट, टॉयलेट क्लीनर, रूम फ्रेशनर, हैंडवॉश, डिटरजेंट, बॉडी सोप-शैम्पू और पेस्ट कंट्रोल जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन ये हमारे सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है।
सफाई और सुगंध वाले केमिकल बना रहे हैं बीमार
सबसे पहले आप रूम फ्रेशनर को ही ले लीजिए। इनमें इस्तेमाल होने वाले ‘फेथ-लेट्स’ (Phthalate) और आर्टिफिशियल फ्रैगरेंस से एलर्जी, माइग्रेन और अस्थमा के अटैक ट्रिगर हो सकते हैं। वहीं ‘मॉस्किटो रिपलैंट’ में पाया जाने वाला ‘डीट’ (DEET) नाम का कैमिकल बच्चों और बुजुर्गों में स्किन एलर्जी देता है। लंबे समय तक इस्तेमाल से नर्वस सिस्टम पर असर डाल सकता है। वहीं लिक्विड हैंडवॉश और बॉडी सोप-शैम्पू में मौजूद ‘S.L.S’ यानी ‘सोडियम लॉरिल सल्फेट’ झाग तो ज्यादा बनाता है, लेकिन स्किन को ड्राई कर देता है और हार्मोनल प्रॉब्लम की वजह बन सकता है।
रूम फ्रेशनर और टॉयलेट क्लीनर से होने वाली बीमारी
टॉयलेट क्लीनर और डिटरजेंट में ‘हार्श कैमिकल्स’ होते हैं। अगर गलती से शरीर में चले जाएं तो पेट, लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसका स्मोक बेहद हर्म्फ़ुल है। जो की हमारे लंग्स पर बुरा असर डालता है।
खतरनाक केमिकल से कैसे बचें?
अब सवाल ये कि सफाई और खुशबू तो जरूरी है, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है हमारी सांसें और सेहत। ऐसे में आपको रोजान योग और व्यायाम जरूर करना चाहिए। खाने में हेल्दी चीजों को शामिल करें जिससे आप इन केमिकल के खतरे से बच सकें। जब भी केमिकल का इस्तेमाल हो नाक, मुंह और आंखों को जितना हो सके बंद रखें। डेली लाइफ में कम से कम केमिकल का इस्तेमाल करें। हाथों को बार-बार साबुन से न धोएं, हर्बल क्लीनर का इस्तेमाल करें, हर्बल साबुन और शैंपू इस्तेमाल करें। मच्छर भगाने के लिए नेचुरल तेल और गंध का उपयोग करें।