बॉलीवुड एक्ट्रेस और मंडी कि सांसद कंगना रनौत अपने बेबाक जवाब और अंदाज को लेकर अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। अब हाल ही में कंगना एक इंटरव्यू में गयी जहां उन्होने एक शोकिंग खुलासा किया है। इंटरव्यू में कंगना अपने भाई कि मौत को लेकर उनका दर्द छलक गया। बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया 'मेरी मां ने सबसे पहले एक बेटे को जन्म दिया था. पैरदा होने के 10 दिनों में ही उसका देहांत हो गया. मेरे पिता ने उसका नाम हीरो रखा था. उसका जाना मेरी मां के लिए बहुत दर्दनाक था।
बॉलीवुड एक्ट्रेस और मंडी कि सांसद कंगना रनौत अपने बेबाक जवाब और अंदाज को लेकर अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। अब हाल ही में कंगना एक इंटरव्यू में गयी जहां उन्होने एक शोकिंग खुलासा किया है। इंटरव्यू में कंगना अपने भाई कि मौत को लेकर उनका दर्द छलक गया। बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया ‘मेरी मां ने सबसे पहले एक बेटे को जन्म दिया था. पैरदा होने के 10 दिनों में ही उसका देहांत हो गया. मेरे पिता ने उसका नाम हीरो रखा था।
उसका जाना मेरी मां के लिए बहुत दर्दनाक था. हमको आज भी नहीं पता है कि मेरे भाई की मौत केसे हुई. परिवार के लोग मानते हैं कि एम्बिलिकल कॉर्ड ज्यादा कट गया था। जिसकी वजह से ज्यादा जी नहीं सका. मेरी मां हमेशा से एक बेटा चाहती थीं. ऐसे में पहले उन्होंने मेरी बहन और बाद में मुझे जन्म दिया. मेरी दादी ने जब उनको बताया था कि बेटी हुई तो वो बहुत रोई थी. मेरी परदादी ने मुझे वो पूरी कहानी सुनाई थी. मेरे पैदा होने के एक साल में ही मेरा भाई भी पैदा हो गया था. ऐसे में मां मुझे ब्रेस्टफीड नहीं करवा पाईं.’
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जब कंगना रनौत की दादी ने लिया बड़ा फैसला
आगे कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा, ‘मुझे मेरी परदादी के कमरे में भेज दिया गया. मेरी दादी अक्सर मेरी मां को ताने मारती थीं. जिसकी वजह से मेरी मां पूरा दिन रोती रहती थी. भाई की मौत के बाद मेरी दादी ने एक बड़ा फैसला लिया था. मेरी दादी ने कहा था कि अब से कोई भी डिलीवरी हॉस्पिटल में नहीं होगी. मेरी मां ने तीन और मेरी चानी ने 2 बच्चे घर के एक ही कमरे में पैदा किए हैं. मेरी दादी किसी को भी अस्पताल नहीं जाने देती थी.’
जब पिता ने दी कंगना रनौत को नसीहत
कंगना रनौत ने आगे बताया कि मेरे पिता अक्सर मुझे समझाया करते थे. मेरे पिता कहते थे कि अच्छे से पढ़ाई करो तभी एक अच्छा लड़का शादी करने के लिए मिलेगा. अगर पढ़ाई नहीं की तो शादी के लिए अच्छे लड़का भी नहीं मिलेगा. मेरे माता पिता ने मेरे लिए एक आरामदायक जिंदगी की कल्पना की थी जो आज मेरे पास है. हालांकि इतना उन्होंने अपने बारे में नहीं सोचा. हिमाचल के लोगों की सोच लड़कियों के बारे में छोटी नहीं है, सभी लोग चाहते हैं कि उनकी बेटी पढ़े और अच्छी जगह पर नौकरी करे.