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सत्ता के शीर्ष पर नरेन्द्र मोदी के 23 साल पूरे : 13 वर्ष सीएम और फिर लगातार पीएम, गुजरात आज से मना रहा है विकास सप्ताह

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार 7 अक्टूबर को सत्ता के शीर्ष पर अपने 23 साल पूरे हो रहें हैं। आज से ठीक 23 साल से पहले 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात में केशुभाई पटेल की जगह पर 14 वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सत्ता संभाली थी। मोदी आर्काइव की पोस्ट के अनुसार, साल 2001 तक, मोदी सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में तीन दशक बिता चुके थे।

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार 7 अक्टूबर को सत्ता के शीर्ष पर अपने 23 साल पूरे कर रहें हैं। आज से ठीक 23 साल से पहले 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात में केशुभाई पटेल की जगह पर 14 वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सत्ता संभाली थी। मोदी आर्काइव की पोस्ट के अनुसार, साल 2001 तक, मोदी सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में तीन दशक बिता चुके थे।

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1965 में कांकरिया वार्ड सचिव के रूप में जनसंघ से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की

आरएसएस के एक साधारण प्रचारक से लेकर भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने अपने नेतृत्व के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में अपनी पहचान बना ली थी, लेकिन तब भी बहुत कम लोग जानते थे कि 1965 में कांकरिया वार्ड सचिव के रूप में जनसंघ से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने वाले मोदी अब एक ऐतिहासिक छलांग लगाने वाले थे। वह अब 51 साल के भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे।

मोदी की दूरदर्शिता, रणनीतिक योजना और कड़ी मेहनत ने बीजेपी को गुजरात में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया

पार्टी के सदस्यों के बीच ‘नमो’ के नाम से पुकारे जाने वाले मोदी ने वर्षों तक भाजपा को गुजरात में एक मजबूत पार्टी के रूप में स्थापित करने के लिए मेहनत की। मोदी की दूरदर्शिता, रणनीतिक योजना और कड़ी मेहनत ने बीजेपी को गुजरात में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया। उन्होंने संगठनात्मक मजबूती के साथ पार्टी को उन क्षेत्रों में पैर जमाने में मदद की, जहां भाजपा का पहले कोई खास प्रभाव नहीं था। पोस्ट में आगे लिखा है कि 1985 में जब आरएसएस ने नरेंद्र मोदी को भाजपा के साथ काम करने का निर्देश दिया, तब उनके राजनीतिक कौशल और दूरदर्शिता ने भाजपा को कांग्रेस के खिलाफ एक गंभीर चुनौती देने वाली पार्टी के रूप में उभरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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गुजरात में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड रचा

गुजरात की सत्ता संभालने के बाद नरेंद्र मोदी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाया। तब से आजतक प्रधानमंत्री मोदी 23 साल से सत्ता के शीर्ष पर बने हुए हैं। करीब 13 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री का पद संभाला तो पिछले लगभग साढ़े 10 साल से प्रधानमंत्री का पद संभाल रहे हैं। बाद में 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने पर 26 मई 2014 को उन्होंने देश के 14वें प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोदी जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री के पद पर हैं। नेहरू 6130 दिन तथा इंदिरा गांधी 5829 दिन प्रधानमंत्री रहीं। मोदी लगातार तीसरे कार्यकाल के साथ 3786 दिन से प्रधानमंत्री हैं।

7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से नरेंद्र मोदी ने विकास नीतियों की एक श्रृंखला शुरू की। जिसने राज्य को नया रूप दिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल उद्योग, बेहतर कृषि व्यवस्था और जनता से जुड़े तमाम मुद्दों के लिए जाना गया। उनकी सरकार ने जल संरक्षण से लेकर स्वच्छता के मोर्चे पर मिसाल कायम की।

गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में जल संरक्षण को प्राथमिकता दी गई थी।  निर्मल गुजरात पहल के साथ, जिसका लक्ष्य समुदाय द्वारा संचालित प्रयासों के माध्यम से खुले में शौच को समाप्त करना था। इसी सोच ने साल 2014 में राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत मिशन की नींव रखी। मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने लोहा अभियान का भी नेतृत्व किया, जिसके तहत सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के लिए लोहा इकट्ठा किया गया। इस अभियान में 300,000 से अधिक गांवों से हिस्सा लिया। मोदी के पर्यावरण प्रयासों में वन महोत्सव वृक्षारोपण उत्सव और एक पेड़ मां के नाम शामिल हैं, जिसने देश भर में 800 मिलियन पेड़ लगाने को प्रेरि‍त किया।

गुजरात में अब हर साल 7 से 15 अक्टूबर तक मनाएगा ‘विकास सप्ताह’

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‘विकास सप्ताह’ के नाम से जाना जाने वाला यह कार्यक्रम 7 से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। इसमें 2001 में नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद से हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा। ‘विकास सप्ताह’ के दौरान, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, साबरमती रिवरफ्रंट, सूरत डायमंड बोर्स और द्वारका सुदर्शन ब्रिज सहित राज्य भर के 23 प्रतिष्ठित स्थानों पर गुजरात के विकास में प्रधानमंत्री मोदी के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए ‘विकास पदयात्रा’ (विकास मार्च) का आयोजन किया जाएगा।

23 साल की विकास यात्रा की झांकी वॉल पेंटिंग में प्रस्तुत

राज्य के प्रसिद्ध सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर वॉल पेंटिंग के जरिए विभिन्न क्षेत्रों की 23 वर्षों की विकास यात्रा की झांकी प्रस्तुत की जाएगी। इसके अतिरिक्त राज्य के महत्वपूर्ण विकास स्थलों की सजावट के साथ उन्हें रोशनी से जगमग किया जाएगा। वहीं पूरे राज्य में 3500 करोड़ रुपए से अधिक राशि के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 1960 में बृहद मुंबई राज्य से अलग होकर एक नए राज्य के रूप में स्थापित हुए गुजरात के छह दशकों के विकास की तुलना में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2001 से 2024 तक के 23 वर्षों में पूरी दुनिया में यह चर्चा जोरों पर रही है कि- गुजरात यानी विकास और विकास यानी गुजरात।

गुजरात को देश में नई पहचान दिलाई तो प्रधानमंत्री रहते दुनिया में भारत का नाम रोशन किया

मुख्यमंत्री रहते उन्होंने गुजरात को देश में नई पहचान दिलाई तो प्रधानमंत्री रहते दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। दो दशक से अधिक के अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी की पहचान पहले राज्य को देश में सबसे आगे ले जाने फिर देश को दुनिया में सबसे आगे ले जाने वाले प्रशासक के तौर पर हुई। अनेक सर्वेक्षणों में लोकप्रियता के मामलों में प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम वैश्विक नेताओं को पीछे छोड़ दिया। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने तथा पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक एवं एयर स्ट्राइक करके उन्होंने न सिर्फ देशवासियों बल्कि समस्त विश्व को भी चौंकाया।

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देश को स्वच्छता की ओर आगे बढ़ाना हो या विश्व का सबसे बड़ा वित्तीय समावेशन कार्यक्रम चलाना हो, मेक इन इंडिया की बदौलत दुनिया में भारत का डंका बजाना हो या युद्ध के दौर में शांति को बढ़ावा देना हो, पीएम मोदी हमेशा देश एवं दुनिया की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। यही वजह थी कि देश की जनता ने कुछ महीने पहले ही पीएम मोदी को लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया।

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