क्रूज ड्रग्स (cruise drugs) मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Minister Nawab Malik) और एनसीबी के झोनल अधिकारी समीर वानखेड़े (Zonal Officer Sameer Wankhede) के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
मुंबई: क्रूज ड्रग्स (cruise drugs) मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Minister Nawab Malik) और एनसीबी के झोनल अधिकारी समीर वानखेड़े (Zonal Officer Sameer Wankhede) के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब वानखेड़े के पिता ध्यानदेव काचरूजी वानखेड़े (Dhyandev Kachruji Wankhede) ने बॉम्बे हाईकोर्ट में महाराष्ट्र (Maharashtra in Bombay High Court) के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (cabinet minister nawab malik) के खिलाफ मानहानि (defamation) का मुकदमा दायर किया है।
आपको बता दें, दायर केस में समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के पिता ने नवाब मलिक पर चरित्र और प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है। मलिक उनके परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं और उनके धर्म पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि वे हिंदू नहीं हैं। इतना ही नहीं मलिक उनकी बेटी यास्मीन के करियर को भी बर्बाद कर रहे हैं, जो एक क्रिमनल लॉयर हैं।
वानखेड़े के वकील ने कहा कि मलिक ने वानखेड़े (Sameer Wankhede) के परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हैं। ध्यानदेव ने अदालत से मलिक, उनकी पार्टी के नेताओं और अन्य सभी को उनके और उनके परिवार के खिलाफ मीडिया में कुछ भी आपत्तिजनक (objectionable), मानहानिकारक सामग्री लिखने (writing defamatory material), बोलने या प्रकाशित करने पर रोक लगाने की मांग की।
इस बीच नवाब मलिक ने एक बार फिर क्रूज ड्रग्स मामले को पूरी तरह फर्जी करार दिया। उन्होंने कहा कि बाहरी शख्स एक आरोपी को कैसे ले जा सकता है। उन्होंन कहा कि यह मामला अपहरण और फिरौती का है। उन्होंने दावा किया कि आर्यन को छोड़ने में 25 करोड़ की मांग की गई।