डॉ. अनीता सहगल को राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उनकी पुस्तक 'नया सवेरा' समाज के संवेदनशील मुद्दों पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए लोगों को अपने जीवन में नई शुरुआत करने की प्रेरणा देती है। उनके लेखन की सादगी और स्पष्टता साहित्य प्रेमियों के बीच विशेष रूप से सराही गई है। उनकी लेखनी पाठकों के दिलों को छूने और समाज में जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनी हुई है।
लखनऊ। डॉ. अनीता सहगल की प्रथम कहानी संग्रह के ‘नया सवेरा’ के विमोचन समारोह में बालीवुड निर्माता/निर्देशन मुकेश पाण्डेय ने पुस्तक के विषयों की सराहना की। इस दौरान उन्होंने कहा, इस पुस्तक में जीवन की कठिनाइयों के साथ-साथ उम्मीद और नई शुरुआत का संदेश भी छिपा है। ‘नया सवेरा’ वास्तव में साहित्य के क्षेत्र में एक नई सुबह की तरह है।
डॉ. अनिल कुमार (निदेशक, सूडा, उत्तर प्रदेश सरकार) ने अपने संबोधन में कहा ‘इस संग्रह की कहानियां जीवन के हर पहलू को स्पर्श करती हैं और समाज के विभिन्न मुद्दों पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करती हैं। अविनाश कृष्ण सिंह, महा निदेशक, तकनीकी शिक्षा ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री जी के कई कार्यक्रमों का संचालन होते हुए देखा है, उनके संचालन में उनकी वाकपुटता और शब्दों का चयन अद्वितीय होता है, जिससे संचालन में बोले गये शब्द मानस पटल पर अंकित हो जाते हैं। वही विद्या इस कहानी संग्रह में भी देखने को मिल रही है।
बतौर लेखिका डॉ. अनीता सहगल का लेखन में योगदान डॉ. अनीता सहगल न केवल साहित्य की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, बल्कि उनके बहुमुखी लेखन ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया है। उन्होंने विभिन्न विधाओं में अपनी कलम को साधा है, जिनमें कहानियां, पटकथा लेखन, कविताएं, और सामाजिक मुद्दों पर लेख प्रमुख हैं। उनके लेखन का उद्देश्य समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा ने कहा कि अनीता सहगल बालीवुड में एक जाना माना नाम हैं। मैंने भी इनके साथ दो फिल्में की हैं। अभिनय में इनका कोई जवाब नहीं है। उद्घोषिका अच्छी होने के साथ-साथ वह एक अच्छी लेखिका भी है, मुझे आज पता चला। संजय मिश्रा ने कहा कि यह किताब निश्चत ही समाज में एक नया बदलाव जायेगी।
डॉ. अनीता सहगल की लेखन यात्रा की शुरुआत विभिन्न राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लेखन से हुई, जिनमें गृहशोभा, सरिता जैसी पत्रिकाएं प्रमुख हैं। उन्होंने अपने साहित्यिक योगदान के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों के अनुभवों और संघर्षों को शब्दों के माध्यम से जीवन्त किया है। उनके द्वारा लिखे गए गीत, कहानियां, और कविताएं सामाजिक समस्याओं को उजागर करने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों को भी संजीवनी प्रदान करते हैं।
डॉ. अनीता सहगल को राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उनकी पुस्तक ‘नया सवेरा’ समाज के संवेदनशील मुद्दों पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए लोगों को अपने जीवन में नई शुरुआत करने की प्रेरणा देती है। उनके लेखन की सादगी और स्पष्टता साहित्य प्रेमियों के बीच विशेष रूप से सराही गई है। उनकी लेखनी पाठकों के दिलों को छूने और समाज में जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनी हुई है।
विमोचन कार्यक्रम में बालीवुड हास्य अभिनेता संजय मिश्रा, फिल्म निर्माता / निर्देशक / अभिनेता सिद्धार्थ नागर, फिल्म निर्देशक श्री मुकेश पाण्डेय, न्यायमूर्ति सुधीर सक्सेना सहित कई फिल्मी हस्तियों के साथ-साथ बहुत से जाने माने साहित्यकार उपस्थित रहे।