मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों एवं 41 अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया। ये सभी अभ्यार्थी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ईमानदारी एवं शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न हुई यह नियुक्ति प्रक्रिया 'नए उत्तर प्रदेश' की 'नई पहचान' है।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों एवं 41 अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया। ये सभी अभ्यार्थी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ईमानदारी एवं शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न हुई यह नियुक्ति प्रक्रिया ‘नए उत्तर प्रदेश’ की ‘नई पहचान’ है। भर्ती की प्रक्रिया से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण की पूरी प्रक्रिया में कहीं भी किसी को सिफारिश कराने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।
साथ ही कहा, हम लोगों ने बहुत पारदर्शी तरीके से इस परीक्षा के पूरे पैटर्न को बदलने का काम किया है…किसी नौजवान के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस कोई नहीं कर पाएगा। अगले 06 महीने के अंदर ‘उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग’ के माध्यम से 40,000 भर्तियां करने जा रहे हैं। 60,200 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न होगी।
'मिशन रोजगार' के अंतर्गत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों एवं 41 अवर अभियंताओं के नियुक्ति-पत्र वितरण हेतु आज लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
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— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 10, 2024
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उन्होंने कहा, आज से 7.5 वर्ष पहले हम लोगों ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था कि हमें वनाच्छादन बढ़ाना है। 210 करोड़ वृक्षारोपण का कार्यक्रम अब तक हम लोगों ने पूरा किया है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी घोषित करते हुए जनहानि होने पर ₹05 लाख की सहायता राशि देने की व्यवस्था की है।
इलेक्ट्रिक और सोलर फेंसिंग उन बॉर्डर वाली सीमाओं के क्षेत्रों में कर लें जो खेत और जंगल को विभाजित करते हों। इससे जानवर भी दूर रहेंगे और खेतों में काम करने वाले किसान, श्रमिक भी सुरक्षित रहेंगे।