केन्द्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Home and Cooperation Minister Amit Shah) की अध्यक्षता में सोमवार को ड्रग तस्करी व राष्ट्रीय सुरक्षा विषयक उत्तर क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने दिल्ली में क्षेत्रीय एवं आंचलिक इकाई तथा अमृतसर में आंचलिक इकाई की ऑनलाइन आधारशिला रखी गयी।
लखनऊ । केन्द्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Home and Cooperation Minister Amit Shah) की अध्यक्षता में सोमवार को ड्रग तस्करी व राष्ट्रीय सुरक्षा विषयक उत्तर क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने दिल्ली में क्षेत्रीय एवं आंचलिक इकाई तथा अमृतसर में आंचलिक इकाई की ऑनलाइन आधारशिला रखी गयी। उन्होंने ड्रग्स डिस्पोजल प्रक्रिया का शुभारम्भ तथा ‘नशामुक्त भारत सार-संग्रह’ का विमोचन भी किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी के सामने यह लक्ष्य रखा है कि जब आजादी का शताब्दी वर्ष मनाया जाए, तो देश का प्रत्येक युवा नशामुक्त हो। युवाओं के मन में नशे के विरुद्ध जागरूकता उत्पन्न कर इस लड़ाई में विजय पायी जा सकती है। नशे की आदत न केवल आने वाली पीढ़ियों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह देश की सुरक्षा के लिए भी घातक है। मादक पदार्थां से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान तथा आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने अपने वर्चुअल सम्बोधन में कहा कि मादक पदार्थों से न केवल देश की युवा पीढ़ी को का नुकसान हो रहा है, बल्कि यह समाज व राष्ट्र की भी क्षति कर रहा है। इसलिए इन पर प्रभावी रोक लगाया जाना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश में इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मार्गदर्शन , गृह व सहकारिता मंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने मादक पदार्थों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) अपनायी है। प्रदेश सरकार नशा मुक्त भारत बनाने की भारत सरकार की कटिबद्धता में पूरा सहयोग देने के लिए तत्पर है। आज इस क्षेत्रीय सम्मेलन के मौके पर सभी की वर्चुअल उपस्थिति में उत्तर प्रदेश में कुल 984 अभियोगों के तहत कुल 4146.75 किलोग्राम मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री के दिशा-निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश में एनकॉर्ड की राज्य स्तरीय समिति तथा सभी 75 जनपदों में जिला स्तरीय समिति का गठन किया जा चुका है। प्रदेश में एनकॉर्ड की राज्य स्तरीय समितियों की कुल 04 बैठकें हुई हैं। प्रथम राज्य स्तरीय बैठक में एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया गया। द्वितीय बैठक में आबकारी नीति में बदलाव करते हुए सभी रेस्टोरेंट/पब/बार आदि पर स्टील प्लेटेड चेतावनी बोर्ड लगवाना अनिवार्य किया गया। तृतीय बैठक में एडवांस्ड डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट और अफीम पोस्त फसल की सेटेलाइट मैपिंग और विनष्टीकरण का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री स्तरीय समिति की बैठक में सभी जनपदों में एनकॉर्ड के गठन और जिला स्तरीय समिति की नियमित बैठकों के आयोजन के निर्देश दिए गए। सभी 75 जनपदों में एनकॉर्ड का गठन कर लिया गया है। एनकॉर्ड की जिला स्तरीय समिति की वर्ष 2023 में अब तक कुल 153 बैठकें हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के समूल नाश के लिए नशा मुक्ति जागरूकता अभियान और प्रवर्तन की कार्यवाही साथ-साथ चलाया जाना प्रभावी सिद्ध हो रहा है। एन0डी0पी0एस0 अधिनियम के सर्वाधिक लम्बित मुकदमों वाले शीर्ष 10 जनपदों में विशेष न्यायालय का गठन की कार्यवाही चल रही है। विगत वर्ष 04 अगस्त, 2022 को एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया गया। एएनटीएफ को सर्च, विवेचना, कुर्की, अभिरक्षा, गिरफ्तारी, जब्तीकरण की शक्तियां प्राप्त हैं। पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को एएनटीएफ का प्रमुख बनाया गया है। एएनटीएफ की 02 विंग ऑपरेशन्स और मुख्यालय/प्रशासन हैं। इनमें पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक के अधिकारी तैनात किए जाने की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एएनटीएफ में 03 ऑपरेशन्स यूनिट हैं। इन्हें 03 क्षेत्रों-पश्चिमी क्षेत्र, मध्य क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र में विभाजित किया गया है। पश्चिमी क्षेत्र में मेरठ जोन, बरेली जोन व आगरा जोन, मध्य क्षेत्र में लखनऊ जोन व कानपुर जोन तथा पूर्वी क्षेत्र में प्रयागराज जोन, गोरखपुर जोन व वाराणसी जोन सम्मिलित है। प्रथम चरण में गोरखपुर, मेरठ व बाराबंकी में एएनटीएफ थानों तथा द्वितीय चरण में झांसी, सहारनपुर, गाजीपुर में एएनटीएफ थानों का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ लगातार की जा रही है। प्रदेश में मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए वर्ष 2020 से जून, 2023 तक कुल 35,775 अभियोगों में कुल 39,344 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल 02 लाख 13 हजार 726 किलोग्राम से अधिक मात्रा के मादक पदार्थों की बरामदगी की गयी। एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने प्रदेश में अगस्त, 2022 में अपने गठन के पश्चात कुल 40 अभियोगों में कुल 108 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया तथा लगभग 6,569 किलोग्राम मादक पदार्थों की बरामदगी की। एएनटीएफ ने वर्ष 2023 में जनपद आगरा में 02 तथा जनपद बरेली में 01, कुल 03 मादक पदार्थों के कारखानों का ध्वस्तीकरण किया।
एसटीएफ द्वारा वर्ष 2021 से माह जून, 2023 तक कुल 460 व्यक्तियों की गिरफ्तारी करते हुए कुल 44,455 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों की बरामदगी की गयी। उत्तर प्रदेश में सतत प्रक्रिया के तहत वर्ष 2022 व वर्ष 2023 में अब तक कुल 01 लाख 08 हजार 289 अभियोगों में कुल 4,631 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा मुक्ति जागरूकता अभियान को गति देते हुए प्रदेश में कुल 22 नशा निर्व्यसन केन्द्र क्रियाशील हैं। अन्तरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस 26 जून, 2023 को एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं प्रदेश के समस्त जनपदों के पुलिस कार्यालयों पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित हुआ। मादक पदार्थों के सेवन के विरुद्ध जागरूकता अभियान के अन्तर्गत नुक्कड़ सभाओं, रैलियों, शपथ, खेलकूद, मोटर साइकिल रैली आदि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। सिनेमा घरों/एफएम रेडियो/ट्रैफिक कण्ट्रोल रूम द्वारा मादक पदार्थों की रोकथाम हेतु संदेश का प्रसारण भी किया जा रहा है। इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सहित हरियाणा, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, गोवा, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, लक्ष्यद्वीप, चंडीगढ़ आदि राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल/ प्रशासक/मुख्यमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति रही।