भारतीयों के अमेरिका से डिपोर्टेशन मुद्दे पर गुरुवार को संसद में हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने 'सरकार शर्म करो' के नारे लगाए। विपक्षी सांसदों ने बाहर आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ सांसद हाथों में हथकड़ी पहने नजर आए। संसद में विपक्षी सांसदों ने हथकड़ी के साथ प्रदर्शन किया और कहा कि जिस तरीके से भारतीयों को भारत भेजा गया, वो आमानवीय था और सरकार इसका जवाब दे।
नई दिल्ली। भारतीयों के अमेरिका से डिपोर्टेशन मुद्दे पर गुरुवार को संसद में हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने ‘सरकार शर्म करो’ के नारे लगाए। विपक्षी सांसदों ने बाहर आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ सांसद हाथों में हथकड़ी पहने नजर आए। संसद में विपक्षी सांसदों ने हथकड़ी के साथ प्रदर्शन किया और कहा कि जिस तरीके से भारतीयों को भारत भेजा गया, वो आमानवीय था और सरकार इसका जवाब दे।
अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के वापस आने के बाद, उनकी वापसी को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है।अमेरिका की बॉर्डर फोर्स ने जब से भारतीय प्रवासियों का वीडियो जारी किया है, जबसे देश भर में माहौल गरमा गया है। वीडियो फुटेज में भारतीय के पैर और हाथ जंजीरों से बंधे दिखाई दे रहे हैं, जिससे हर भारतीय को गुस्सा आ रहा है । अब ये मामला संसद और सड़को पर भी गूंज रहा है।
इस प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित दूसरे विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए और सरकार पर हमला बोला। अमेरिका से भारतीयों को डिपोर्ट करने पर कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाया हमारे अमेरिका के साथ अच्छे संबंध हैं। 100 से ज्यादा भारतीयों के साथ ऐसा व्यवहार हुआ है, जोकि अमानवीय है और पीएम और विदेश मंत्री चुप हैं।
We, the INDIA parties, shall not tolerate the humiliation of Indian nationals.
Modi Govt must come out with a detailed statement on the deportation and why did we not send our own planes to bring back the Indians, with dignity and respect, instead of a military plane landing on… pic.twitter.com/wn5rDfbtyt
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— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 6, 2025
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अवैध आप्रवासियों को अपराधी की तरह भारत लाया गया क्योंकि उनके हाथों में हथकड़ियां लगाई गई थीं. विपक्षी ने हंगामा करते हुए सरकार से इसका जवाब मांगा है। विपक्ष के हंगामे के बीच आज विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बैठक हुई है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आपकी चिंता के बारे में सरकार को मालूम है। ये विदेश नीति का मुद्दा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि अमेरिका से भारतीयों का डिपोर्टेशन पहली बार नहीं है। यह 2009 से हो रहा है। हम कभी भी अवैध मूवमेंट के पक्ष में नहीं हैं। इससे किसी भी देश की सुरक्षा में खतरा पैदा हो सकता है। उधर कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहाि क हमारे नागरिकों के साथ आतंकवादियों जैसा बर्ताव किया गया।