PM Modi embarks on visit to Brunei, Singapore: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज (3 सितंबर) ईस्ट एशिया देश ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं। वह ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया (Sultan Hassanal Bolkiah) और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग (Lawrence Wong) के आमंत्रण पर इस यात्रा पर रवाना हुए हैं। जिसमें पीएम मोदी सबसे पहले 3 से 4 सितंबर को ब्रुनेई यात्रा पर रहेंगे, इसके बाद वह ब्रुनेई से सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी 4 से 5 सितंबर को सिंगापुर दौरे पर होंगे।
PM Modi embarks on visit to Brunei, Singapore: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज (3 सितंबर) ईस्ट एशिया देश ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं। वह ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया (Sultan Hassanal Bolkiah) और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग (Lawrence Wong) के आमंत्रण पर इस यात्रा पर रवाना हुए हैं। जिसमें पीएम मोदी सबसे पहले 3 से 4 सितंबर को ब्रुनेई यात्रा पर रहेंगे, इसके बाद वह ब्रुनेई से सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी 4 से 5 सितंबर को सिंगापुर दौरे पर होंगे।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो ब्रुनेई की यात्रा पर होगा। यहां पर वह दुनिया के सबसे अमीर सुल्तान हसनल बोल्किया (Sultan Hassanal Bolkiah) से मुलाकात करने वाले हैं। 4.5 लाख की आबादी वाले ब्रुनेई में 600 साल से बोल्किया परिवार राज कर रहा है और सुल्तान हसनल बोल्किया शाही परिवार के 29वें वारिस हैं। वह ब्रुनेई के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और रक्षामंत्री भी हैं। उनकी गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती है। जिनके पास सोने का महल, बोइंग प्लेन और 7000 कारों के अलावा प्राइवेट जेट्स का कलेक्शन है। हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब उनकी संपत्ति 2.88 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गई है।
पीएम मोदी के ब्रुनेई यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है। यहां पर लगभग 14000 भारतीय प्रवासी रहते हैं जो पीएम मोदी के ब्रुनेई यात्रा को लेकर काफी उत्सुक हैं। ब्रुनेई की यात्रा के बाद पीएम मोदी 4 सितंबर को सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। वह 6 साल के बाद सिंगापुर पहुंच रहे हैं। जहां, पीएम मोदी सिंगापुर के व्यापारियों और नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के क्षेत्र में लगातार अच्छे संबंध रहे हैं।