देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयान बाजी का दौर तेज हो गया है। इसी बीच विपक्ष की ओर से उतारे गए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने रविवार को सभी राजनीतिक दलों से चुनाव में उन्हें वोट देने की अंतिम अपील की है।
नई दिल्ली। देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयान बाजी का दौर तेज हो गया है। इसी बीच विपक्ष की ओर से उतारे गए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने रविवार को सभी राजनीतिक दलों से चुनाव में उन्हें वोट देने की अंतिम अपील की है।
इस साल राष्ट्रपति चुनाव दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। केवल एक पक्ष हमारे संविधान में निहित प्रावधानों और मूल्यों की रक्षा करना चाहता है। मैं सभी सांसदों और विधायकों से इस बार संविधान और उनकी अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट करने की अपील करता हूं। pic.twitter.com/0Zs1F5qJic
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 16, 2022
एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ मैदान में उतारे गए यशवंत सिन्हा ने अपने बयान में कहा कि इस बार का राष्ट्रपति चुनाव दो उम्मीदवारों के बीच में नहीं है, बल्कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है।
My appeal to all members of the electoral college ahead of the Presidential election tomorrow. pic.twitter.com/27JVgwC8ZN
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 17, 2022
उन्होंने कहा कि वह भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़े हैं, जबकि द्रौपदी मुर्मू को उन लोगों का समर्थन प्राप्त है जो लोकतंत्र पर रोज हमले कर रहे हैं। यशवंत ने कहा कि मैं धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए खड़ा हूं, जो हमारे संविधान का एक प्रस्तावना स्तंभ है। मेरा प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार उस पार्टी से है जिसने इस स्तंभ को नष्ट करने और बहुसंख्यक वर्चस्व स्थापित करने के अपने संकल्प पर काम किया है।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैं आम सहमति और सहयोग की राजनीति को प्रोत्साहित करने के लिए खड़ा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार को एक ऐसी पार्टी का समर्थन प्राप्त है जो संघर्ष और टकराव की राजनीति करती है।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि अगर उनकी उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को भारत के अगले राष्ट्रपति के रूप में चुना जाता है, तो वे उन लोगों के नियंत्रण में होंगी, जिनका उद्देश्य “लोकतांत्रिक भारत को कम्युनिस्ट चीन के अनुकरणकर्ता में बदलना है।
सिन्हा ने कहा कि एक राष्ट्र, एक पार्टी, एक सर्वोच्च नेता। क्या इसे रोका नहीं जाना चाहिए? केवल आप ही इसे रोक सकते हैं? बता दें कि शनिवार को उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया और सभी विधायकों और सांसदों से अपने बुद्धि के अनुसार वोट करने का आग्रह किया। नौकरशाह से राजनेता बने यशवंत सिन्हा ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश और वित्त मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला था। राष्ट्रपति चुनाव सोमवार को होना है। जबकि मतगणना गुरुवार को होगी।