New Chief Election Comissioner: ज्ञानेश कुमार गुप्ता देश के नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) होंगे। वह निवर्तमान चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार की जगह लेंगे। कानून मंत्रालय ने कहा कि इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार को सोमवार (17 फरवरी, 2025) को अगला चीफ इलेक्शन कमिश्नर नियुक्त किया गया। वह इलेक्शन कमीशन (EC) के सदस्यों की नियुक्ति पर नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी (CEC) हैं। हालांकि, नए सीईसी की नियुक्ति की प्रक्रिया से विपक्ष खुश नहीं है।
New Chief Election Commissioner: ज्ञानेश कुमार गुप्ता देश के नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) होंगे। वह निवर्तमान चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार की जगह लेंगे। कानून मंत्रालय ने कहा कि इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार को सोमवार (17 फरवरी, 2025) को अगला चीफ इलेक्शन कमिश्नर नियुक्त किया गया। वह इलेक्शन कमीशन (EC) के सदस्यों की नियुक्ति पर नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी (CEC) हैं। हालांकि, नए सीईसी की नियुक्ति की प्रक्रिया से विपक्ष खुश नहीं है।
दरअसल, नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) के रूप में ज्ञानेश कुमार गुप्ता की नियुक्ति पीएम मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी की तीन सदस्यीय कमेटी की ओर से लिया गया है। यह फैसला 2:1 के बहुमत से चयन हुआ है। समिति ने सोमवार शाम को ज्ञानेश कुमार के नाम की सिफारिश की, जिस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मुहर लगाई। बताया जा रचा है कि तीन सदस्यीय कमेटी की बैठक में पांच नामों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन लोकसभा में नेता विपक्ष और समिति के सदस्य राहुल गांधी ने इन सभी नामों पर असहमति दर्ज कराई।
राहुल गांधी का कहना है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट की ओर से नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला नहीं किया जाता तब तक चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) की नियुक्ति को स्थगित करना चाहिए। दरअसल, नए कानून के तहत अब सीईसी की नियुक्ति वाले पैनल में भारत के मुख्य न्यायाधीश ( CJI) नहीं होंगे। पहले पैनल में सीजेआई भी शामिल होते थे।
बता दें कि पिछले, साल ही केंद्र की मोदी सरकार ने चुनाव कमिश्नर की नियुक्ति के इस कानून में बदलाव किया गया था। जिसके लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष की कई पार्टियों ने इसपर आपत्ति जताई थी और सुप्रीम कोर्ट का द्वार खटखटाया था। मामला अबतक सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नए नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर की नियुक्ति चाह रहे थे।