संगीत जगत को अपनी आवाज से मंत्रमुग्ध करने वाले उस्ताद राशिद खान को पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा गया था। राशिद का संगीत करियर 11 साल की उम्र में ही शुरू हो गया था। संगीतकार ने कई बांग्ला गीत भी आए। शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान के निधन पर सीएम ममता बनर्जी ने दुख जताया है।
Rashid Khan passes away: शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार निधन हो गया। 55 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली है। वे प्रोस्टेट कैंस से जूझ रहे थे। कोलकाता के एक अस्पताल में उनका इलाज लंबे समय से चल रहा था। पिछले काफी दिनों से वो आईसीयू में भर्ती थे और वेंटिलेर पर थे।
संगीत जगत को अपनी आवाज से मंत्रमुग्ध करने वाले उस्ताद राशिद खान को पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा गया था। राशिद का संगीत करियर 11 साल की उम्र में ही शुरू हो गया था। संगीतकार ने कई बांग्ला गीत भी आए। शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान के निधन पर सीएम ममता बनर्जी ने दुख जताया है।
सीएम ममता बनर्जी ने शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, यह पूरे देश और पूरे संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। मैं बहुत दुखी हूं। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि राशिद खान अब नहीं रहे।
यूपी में हुआ था जन्म
उस्ताद राशिद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुआ। उन्होंने तालीम अपने नाना उस्ताद निसार हुसैन खान से ली। राशिद खान की पहली मंचीय प्रस्तुति 11 साल की उम्र में थी। वे रामपुर-सहसवान घराने के गायक थे। उन्होंने फिल्मों में भी अपनी आवाज दी। ‘जब वी मेट’ में उनकी गाई बंदिश ‘आओगे जब तुम साजना’ काफी लोकप्रिय रही।