उद्योगपति रतन टाटा का गुरुवार को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वर्ली स्थित श्मशान घाट में उन्हें पंचतत्व में विलिन किया गया। इस दौरान उनके आवास से लेकर श्मशान घाट तक बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटे थे।
उद्योगपति रतन टाटा का गुरुवार को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वर्ली स्थित श्मशान घाट में उन्हें पंचतत्व में विलिन किया गया। इस दौरान उनके आवास से लेकर श्मशान घाट तक बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटे थे। उनके अंतिम दर्शन के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर राजनीतिक, कारोबारी, खेल, मनोरंजन जगत के कई बड़े नाम पहुंचे। उनका बुधवार रात शहर के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
रतन टाटा जिंदादिली की मिसाल थे।खाने पीने से लेकर घूमने फिरने का खूब शौक था। विदेश में पढ़ाई करने के बावजूद वे शुद्ध देशी खाने के दीवाने थे। भले ही रतन टाटा का जन्म पारसी परिवार में हुआ हो लेकिन उनके फेवरेट पकवानों की लिस्ट में उत्तर से लेकर दक्षिण तक का खाना शामिल था। रतन टाटा को अपनी बहन के हाथ की बनी पारसी डिश धोपस,पातरा और साली होटी खूब पसंद थी।
खाने पीने के शौकीन रतन टाटा उनके शेफशेफ परवेज के हाथ का बना पारसी कुजीन भी पसंद आता था। जिसने खट्टी मीठी मसूर दाल, जिसे लहसुन के साथ पकाया जाता है। मटन पुलाव दाल, नच रिच्ड बेस कस्टर्ड पसंद है जिसे अंडा, दूध और नट्स डालकर तैयार किया जाता है बहुत पसंद आती थीं।
रतन टाटा को ब्लैक कॉफी बहुत पसंद थी। इसके अलावा चॉकलेट और ब्राउनी के तो वो दीवाने थे। इतना ही नहीं साउथ इंडियन डिश भी बड़े चाव से खाते थे। जिसमें से उन्हें इडली,सांभर,डोसा और उत्पम पसंद था। जहां एक तरफ से सधारण सी खिचड़ी को वो बड़े शौक से खाते थे वहीं उन्हें जापानी डिश सुशी भी पसंद थी।
मुंबई की लॉकल पाव भाजी भी रतन टाटा को खूब पसंद थी। उनकी कई फोटोज भी सामने आ चुकी हैं जिसमें वो मुंबई के पावभाजी का स्वाद ले रहे हैं। घर का बना मटन पुलाव भी रतन टाटा बड़े शौक से खाते खे। रतन टाटा को नाश्ते में नाश्ते में पोहा और उपमा खाना खाना पसंद था।