हेयर कलर कराना एक ट्रेंड बन गया है। लोगों को अलग अलग तरह के हैयर कलर करना पसंद है। जिनका बाल काला है वो ब्राउन करने के लिए परेशान हैं वहीं जिनका बाल भूरा है वो किसी दूसरे रंग को लेकर परेशान रहते हैं। अब ऐसे में हेयर कलर का सहारा लेते हैं। पार्लर में घंटों बैठकर पसंदीदा रंग करवाना और फिर अपने दोस्तों को दिखाना, ये सब बहुत अच्छा लगता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बार-बार केमिकल वाले हेयर कलर का इस्तेमाल आपके बालों के लिए कितना नुकसानदेह हो सकता है।
हेयर कलर कराना एक ट्रेंड बन गया है। लोगों को अलग अलग तरह के हैयर कलर करना पसंद है। जिनका बाल काला है वो ब्राउन करने के लिए परेशान हैं वहीं जिनका बाल भूरा है वो किसी दूसरे रंग को लेकर परेशान रहते हैं। अब ऐसे में हेयर कलर का सहारा लेते हैं। पार्लर में घंटों बैठकर पसंदीदा रंग करवाना और फिर अपने दोस्तों को दिखाना, ये सब बहुत अच्छा लगता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बार-बार केमिकल वाले हेयर कलर का इस्तेमाल आपके बालों के लिए कितना नुकसानदेह हो सकता है। इससे कितना नुकसान होता है आज मैं आपको इस आर्टिकल में बताऊँगी।
कैसे होता है बालों को नुकसान?
हेयर कलर में अमोनिया और पेरोक्साइड जैसे कई खतरनाक केमिकल होते हैं। जब आप कलर लगाते हैं, तो ये केमिकल बालों की ऊपरी परत (क्यूटिकल) को खोल देते हैं ताकि रंग बालों के अंदर तक जा सके। यह प्रक्रिया आपके बालों को कमजोर और रूखा बना देती है।अगर लगातार आप ऐसा करेंगे तो आपके स्कैल्प की नेचुरल नमी को हटा देता है इससे आपके बाल रूखे और बेजान से दिखने लगते हैं।
क्या करें, अगर कलर कराना हो?
इसका मतलब यह नहीं कि आप बिल्कुल भी हेयर कलर न कराएं। आप कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने बालों को बचा सकते हैं:
– नेचुरल ऑप्शन्स को चुनें: आजकल बाजार में कई हर्बल और नेचुरल हेयर कलर मौजूद हैं जिनमें हानिकारक केमिकल कम होते हैं। आप मेहंदी या हर्बल पाउडर जैसे नेचुरल चीजों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
– प्रोफेशनल से सलाह लें: अगर आप केमिकल कलर कराना चाहते हैं, तो किसी अच्छे प्रोफेशनल से ही कराएं। वे सही प्रॉडक्ट्स और तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।
– गैप रखें: बार-बार कलर कराने से बचें। दो कलर के बीच कम से कम 3-4 महीने का गैप जरूर रखें।
– सही देखभाल करें : कलर कराने के बाद बालों की देखभाल बहुत जरूरी है। कलर-सेफ शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें।