Rohit Sharma's statement after white wash: न्यूजीलैंड ने भारत को उसी की सरजमीं पर तीनों टेस्ट मैचों की सीरीज में वाइटवॉश करके इतिहास रच दिया है। भारत को 1933 के बाद से करीब 91 साल बाद 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद रोहित शर्मा कीओ कप्तानी पर सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं, मुंबई टेस्ट में हार के बाद रोहित ने खुद माना है कि वह बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाये।
Rohit Sharma’s statement after white wash: न्यूजीलैंड ने भारत को उसी की सरजमीं पर तीनों टेस्ट मैचों की सीरीज में वाइटवॉश करके इतिहास रच दिया है। भारत को 1933 के बाद से करीब 91 साल बाद 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद रोहित शर्मा कीओ कप्तानी पर सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं, मुंबई टेस्ट में हार के बाद रोहित ने खुद माना है कि वह बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाये।
मुंबई टेस्ट गंवाने के बाद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा, ‘आप जानते हैं, एक श्रृंखला हारना, एक टेस्ट हारना कभी आसान नहीं होता है, यह कुछ ऐसा है जो आसानी से पचने योग्य नहीं है। फिर, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला, हम जानते हैं और हमें स्वीकार करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (न्यूजीलैंड) पूरी सीरीज में हमसे कहीं बेहतर प्रदर्शन किया। हमने बहुत सारी गलतियां कीं और हमें इसे स्वीकार करना होगा। हमने पहली पारी (बेंगलुरू और पुणे में) में स्कोर बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं बनाए और हम खेल में बहुत पीछे थे, यहां हमें 30 रन की बढ़त मिली, हमने सोचा कि हम आगे हैं, लक्ष्य हासिल किया जा सकता था साथ ही, हमें बस थोड़ा सा अनुप्रयोग दिखाना था जो हम करने में असफल रहे।’
तीसरे टेस्ट में 147 रनों के लक्ष्य को चेज़ करने असफल रहने पर रोहित ने कहा, ‘ऐसे लक्ष्य का पीछा करते हुए, आप स्कोर बोर्ड पर रन भी चाहते हैं, यह कुछ ऐसा है जो मेरे दिमाग में था, यह सामने नहीं आया और जब ऐसा होता है, तो यह अच्छा नहीं लगता है। जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मेरे दिमाग में कुछ विचार, कुछ योजनाएं होती हैं, लेकिन इस सीरीज में, यह पूरा नहीं हुआ और यह मेरे लिए निराशाजनक है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उन लोगों (पंत, जयसवाल और गिल पर) ने दिखाया कि इन सतहों पर कैसे बल्लेबाजी करनी है, जब हम ऐसी पिच पर खेलते हैं तो आपको थोड़ा आगे रहना होगा और सक्रिय रहना होगा जैसा कि हम पिछले 3-4 वर्षों में ऐसी पिचों पर खेल रहे हैं। हम जानते हैं कि कैसे खेलना है (और अच्छा खेलना है)। लेकिन इस सीरीज में, यह बात सामने नहीं आई, कुछ चीजें (ऐसी पिचों पर कैसे बल्लेबाजी करनी है) पर बात नहीं बनी और यह दुख देने वाली है।’
अपने प्रदर्शन को लेकर भारतीय कप्तान ने कहा, ‘व्यक्तिगत दृष्टिकोण से, मैं बल्ले और कप्तान दोनों के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सका, यह एक ऐसी बात है जो मुझे परेशान करेगी। लेकिन, हमने सामूहिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और यही इन हार का कारण है।’
बता दें कि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में खेला गया टेस्ट सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला गंवा दिया। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम को मुंबई टेस्ट में 147 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम 121 रनों के स्कोर पर ढेर होगी और न्यूजीलैंड ने 25 रनों से जीत हासिल कर ली। इसी के साथ न्यूजीलैंड पहली ऐसी टीम बनी जिसने भारत को भारत में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में व्हाइट वॉश किया है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट (बेंगलुरु) में आठ विकेट और दूसरे टेस्ट (पुणे) में 103 रनों से जीत दर्ज की थी।